बिलासपुर।न्यायधानी में उच्चन्यायलाय की कार्यवाही का वीडियो आम जनता के बीच के चर्चा का विषय बना हुआ है । न्यायलाय में पुलिस द्वारा चर्चित आत्महत्या के मामले में आरोपियों को बचाने के फिराक में लगे पुलिस अफसर को फटकार लगाते हुए न्यायमूर्ति ने तल्ख टिप्पणी करते हुए मामले में दोषियों के खिलाफ रजिस्टर्ड FIR दर्ज करने के आदेश दिए है । भूमाफिया अकबर खान और जमीन माफिया दीपेश चौकसे को बचाने के फिराक में पुलिस ने तमाम साक्ष्य होने के बाद भी अपराध पंजीबद्ध नही किया था । जिसके बाद माननीय अदालत ने पूरे मामले में सुनवाई करते हुए C.S.P. साहब संदीप पटेल को कहां किस राजनैतिक दवाब में अकबर खान सहित दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है ।,जज साहब ने की अत्यंत ही तल्ख़ टिप्पणी।
“मेरे को रजिस्ट्रेड FIR चाहिए । ऐसा क्यों हो जाता है की बड़े लोगों के ऊपर आप FIR करने से चूक ही जाते हो ?अगर मैने कार्यवाही करते हुवे लिख दिया ना तो CSP संदीप पटेल साहब परेशानी मे आ जाओगे”। —-श्री नरेन्द्र कुमार(H.C. जज)
इतनी कड़ी फटकार लगने के बाद CSP संदीप पटेल के सुर बदल गये। सर तुरंत नोटरी के साथ F.I.R.करता हूँ बोलकर वे अपना पल्ला झाड़ने की कोशिस करने लगे।
गौरतलब हो कि सिद्धांत नागवंशी आत्महत्या मामले में भी जज साहब ने स्वतः संज्ञान लेते हुवे इस केस को उसी केस से जुड़ा हुआ बताया।साथ ही साथ उन्होंने CSP संदीप पटेल को डांटते हुवे अपने पहनी हुई वर्दी की इज़्ज़त करने की सलाह दी।
गौरतलब है कि बिलासपुर के कानून व्यवस्था का बहुत बुरा हाल है पुलिस पर कई मामलों में लेनदेन के गंभीर आरोप लगते है । लेकिन पुलिस द्वारा कई मामले में झूठे केस बनाकर बेगुनाहों को जेल भेज दिया जाता है वही रशुक के आगे पुलिस नतमस्तक नजर आती है ।वही बिलासपुर उच्च न्यायलय द्वारा अभी हालही में ही मीडिया रिपोर्ट के आधार पर जनहित से जुड़े मुद्दे चाहे वह सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स का हो या भी रेल विभाग से जुड़ा मामला हो। कोर्ट द्वारा इन मामलों में स्वयं संज्ञान लेकर जिस प्रकार व्यवस्था को चलाने वाले ज़िम्मेदारो पर तल्ख टिप्पणी की जा रही है उसकी भी आम जनता जमकर सराहना कर रही है है और उम्मीद की जा रही है की जल्दी ही लोगो को उचित इंसाफ मिल सकेगा ।