बिलासपुर.बिलासपुर जिले के नए थाने की पुलिस ने जिले का अब तक का सबसे बड़ा जुआ पकड़ने में कामयाबी हासिल की है । बावन परियो के साथ सजी इस जुए की महफ़िल में बीजेपी पार्षद और कांग्रेसी नेता सहित कुल 13 जुआरियों को हारजीत का दांव लगाते रँगे हाथों गिरफ्तार किया है । पुलिस ने जुआरियो के पास से 1 लाख 40 हजार रु जब्त भी किये है.
लेकिन अब तक कि सबसे बड़ी कार्यवाही के बाद भी सवालो के घेरे में रहने वाली नए थाने की पुलिस (एसीसीयू ) की इस कार्यवाही पर भी सवाल खड़े होने लगे है । सवाल जब्त रकम और छोड़े गए जुआरियो के कारण खड़े हो रहे है । नए थाने की पुलिस पर आरोप है कि जब्त रकम ज्यादा थी लेकिन सिर्फ एक लाख 40 हजार जब्ती कर पुलिस ने सरकारी खजाने से ज्यादा अपना खुद के खजाना भर लिया है ।
इतना ही जिले के नए थाने की पुलिस पर तीन आरोपियों को छोड़ने के संगीन और गंभीर आरोप भी लगे है । पुलिस द्वारा जारी जुए कार्यवाही की विज्ञप्ति में फड़ की महफ़िल सजाने वाले फड़बाज संचालक की पहचान छुपाने पर बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है कि फड़ संचालक को पुलिस ने बिना कार्यवाही के कैसे छोड़ दिया है ? एक जुआरी ने नाम न छापने की शर्त में बताया कि नए थाने के प्रभारी इस कार्यवाही में घटनस्थल में मौजूद थे ही नही । सिर्फ वाहवाही के लिए और अपना ग्राफ बढ़ाने के लिए विज्ञप्ति में अपना नाम छपवा लिया ।
जुवारी ने आरोप लगाया है कि जिस टीम ने ये कार्यवाही की उस टीम के सरगना को इस जुए की जानकारी पहले से थी । नए थाने के प्रभारी द्वारा अपने ही पुराने थाने में की गई इस कार्यवाही से पकड़े गए बीजेपी पार्षद कांग्रेसी नेता और कुछ रसूखदार भी अचंभित है । क्योकि जानकारी मिली है कि जुए की महफ़िल पहले भी सजती रही है ।
वही पूरी कार्यवाही में टीम के प्रभारी की गैरहाजरी में चर्चित आरक्षक द्वारा पूरे आपरेशन की कमान संभाले जाने की भो खबर है । बताया जा रहा है कि जुआ फड़ संचलको से अधिकारियों के नाम पर लाखों रु हजम करने वाली खबरों से सुर्खियों में आये और अपने ही विभाग के अधिकारियो की बेवजह फजीहत और पुलिस विभाग को पहले भी बदनाम कर चुके चर्चित आरक्षक द्वारा फोन में बातचीत के बाद ही कुछ आरोपियों को बिना कार्यवाही के छोड़ दिया गया है ।
पुलिस द्वारा कार्यवाही की जारी की गई तस्वीरों में भी साफ साफ दिखता है कि जुआरी से ज्यादा पहचान छुपाने की दिलचस्पी पुलिस को थी ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए सत्ता और विपक्ष के जुआरी एक जुट होकर इस कार्यवाही के खिलाफ मोर्चा खोलने का मूड बना लिया है । जब्त रकम और छोड़े गए जुआरियो के बारे में उच्च अधिकारियों से शिकायत की तैयारी में जुटे हुए है साथ ही कुछ समय पहले रतनपुर थाने में पदस्थ रह चुके तत्कालीन थाना प्रभारी के कुछ राजदार राज खोलने की तैयारी का बाजार भी चर्चा के विषय बना हुआ है ।
उम्मीद की जानी चाहिए कि उच्च अधिकारी इन गंभीर आरोपो पर गंभीरता दिखाएंगे और निष्पक्ष जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेगे ।