डेस्क खबर।.प्रदेश में सत्ता जाते ही कांग्रेसियों के बयान सामने आने लगें है ओर हार की समीक्षा के बाद इनका गुस्सा भी सामने आने लगा है । कोरबा शहरी सीट से करारी हार झेलने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जयसिंह ने बिना नाम लिए अपने ही दल के मुखिया को हार के लिए सीधे सीधे जिम्मेदार ठहरा दिया है । पूर्व कैबिनेट मंत्री जयसिंह ने कहा कि कोरबा में विकास कार्य को रोकने के लिए राज्य सरकार ने चुन चुन कर अधिकारियों की पदस्थापना जिले में की जिसकी वजह से हार हुई ।
कोरबा विधानसभा की हार पर चर्चा करते हुए जयसिंह ने कहा जितने भी अधिकारी यहां भेजे गए, जिनमे एसपी अभिषेक मीणा, भोजराम पटेल, उदय किरण से लेकर कलेक्टर रानू साहू और संजीव झा ने माहौल खराब किया और जमकर अनैतिक कार्यों को संरक्षण दिया जिसके चलते सरकार के विरुद्ध एंटी इनकंबेंसी पैदा हुई । षड्यंत्र के तहत अपराध भी कराए गए और उन सब का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा।
कांग्रेस की सरकार जाने के बाद अब समीक्षा मंथन के दौरान कोरबा विधायक और सरकार में राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल का गुस्सा फूटा। उन्होंने नाम लिए बिना इशारों इशारों में सीधे-सीधे प्रदेश के मुखिया पर हार का ठीकरा फोड़ दिया । जयसिंह ने कहा कि जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया। जिन्होंने पांच साल सरकार की अगुवाई की उनकी गलत नीतियों और तानाशाही रवैया ही हार की असली वजह है ? खासतौर पर कोरबा जिले में चुन चुनकर ऐसे अधिकारियों को भेजा गया। जो भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। चलते हुए विकास कार्य को बीच में रोक दिया गया। ऐसे कार्य किये गए, जिससे कांग्रेस की छवि खराब हुई। जिले में कांग्रेस डैमेज हुई। कार्यकर्ताओं के काम नहीं हुए। चारों ओर नाराजगी फैल गई। जिसका परिणाम यह रहा की पूरे राज्य में ही सत्ता परिवर्तित हो गई और बीजेपी कोई बड़ा जनादेश मिला।