बिलासपुर

कहने को न्यायधानी और पीने को शुद्ध पानी भी नहीं…! बिलासपुर के पानी में खतरनाक ई-कोलाई वैक्टीरिया की पुष्टि ।

बिलासपुर । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के कुछ इलाकों में डायरिया फैलने से 7 लोगों की मौत हो जाने के बाद प्रशासन की नींद खुली है । शहर में हो रही लगातार मौत के बाद अब डायरिया प्रभावित इलाकों के पानी की जांच कराई जा रही है । पानी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कई डायरिया प्रभावित इलाकों के पानी का सैम्पल लिया,जिसमें पानी दूषित पाया गया । इसी तरह दो मरीजों के स्टूल की जांच की गई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट आ गई है । जांच रिपोर्ट में “ई कोलाई” और “विब्रियो कोलरा” वायरस की पुष्टि हुई है. बताया जाता है कि इस वायरस से डायरिया और हैजा जैसी बीमारियां उत्पन्न होती है ।
वैसे तो डायरिया गर्मी के मौसम में अधिक फैलता है । पानी की खराबी इसका मुख्य कारण है । डायरिया जैसी बीमारी में इंसान को उल्टी, दस्त होती है. इस बीमारी को पहले हैजा भी कहा जाता था. एक वक्त हुआ करता था, जब हैजा पूरी बस्ती नहीं बल्कि पूरे गांव को ही अपने आगोश में ले लेता था. हालांकि धीरे-धीरे माहौल बदला, साइंस की तरक्की के बाद ये बीमारी सामान्य हो गई । मौजूदा समय में डायरिया और हैजा से ग्रसित लोगों का इलाज आसानी से हो जाता है । स्वास्थ्य विभाग की मानें तो फिलहाल में डायरिया नियंत्रित हो चुका है । स्वास्थ्य विभाग ने शहर के कुछ हिस्सों में बेहद ही खतरनाक ई कोलाई वैक्टीरिया के होने की भी पुष्टि की है ।

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