
डेस्क खबर बिलासपुर ../ बिलासपुर निवासी अतुल अवस्थी ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अपने खर्च पर समय रहते अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने न सिर्फ एक जीवन बचाने का प्रयास किया, बल्कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उस घोषणा पर भी भरोसा जताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जो भी नागरिक सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाएगा, उसे 25 हजार रुपये बतौर पुरस्कार दिए जाएंगे। घायल की मदद करने वाले पार्थी ने बकायदा बिलासपुर के सिटी कोतवाली थाना में आवेदन देते हुए इनाम की मांग भी है ।

मगर अब सवाल यह है कि क्या यह घोषणा महज़ भाषण तक सीमित थी या सच में इसे जमीन पर उतारने की मंशा थी? अतुल अवस्थी ने सिटी कोतवाली पुलिस बिलासपुर के माध्यम से यह अपील की है कि उन्हें गडकरी जी की उस घोषणा के अनुसार सम्मानित और पुरस्कृत किया जाए।

यह मामला न सिर्फ गडकरी जी की घोषणा की सच्चाई को कसौटी पर रखता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अगर सरकार नागरिकों से जिम्मेदारी की उम्मीद करती है, तो उसे भी अपनी बातों पर खरा उतरना चाहिए। अब देखना होगा कि यह घोषणा ‘बल्ले बल्ले’ तक सीमित थी या वास्तव में किसी ‘अच्छे दिन’ की उम्मीद जगाती है।


