डेस्क खबरबिलासपुर

काजू-किशमिश कांड के बाद अब ‘गुपचुप कांड’ — निगम के अतिक्रमण दस्ता पर अवैध उगाही और आधा गुपचुप गायब करने का आरोप.! अतिक्रमण की कार्यवाही से निगम की प्रतिष्ठा पर उठे सवाल ..??



डेस्क खबर बिलासपुर./ बिलासपुर नगर निगम का अतिक्रमण निवारण दस्ता एक बार फिर विवादों में है। हाल ही में हुए काजू-किशमिश कांड के बाद अब गुपचुप विक्रेता ने निगम के स्टाफ पर अवैध वसूली और आधा गुपचुप गायब करने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित ठेला कारोबारी दीपक कुमार ने बताया कि उसका ठेला तीन दिन पहले निगम के अतिक्रमण दस्ते ने जब्त किया था। तब से वह तहसील, निगम मुख्यालय और मिशन हॉस्पिटल स्थित अतिक्रमण शाखा के चक्कर काट रहा है। गौरतलब है कि कई मामले इस तरह के पहले भी आ चुके है जिसमें जप्त सामानों को गायब कर दिया जाता है । लेकिन तमाम शिकायतों पर सख्त कार्यवाही नहीं होने से अतिक्रमण दस्ता मनमानी करते हुए गरीबों के ठेलो से समान गायब कर निगम के सम्मान की फजीहत करवाता नजर आ रहा है ।



दीपक कुमार ने बताया कि जब ठेला छुड़ाने की बात की गई तो उससे 3 से 4 हजार रुपये की मांग की गई। उसने यह भी कहा कि जब उसका ठेला लौटाया गया तो उसमें से आधा गुपचुप गायब था। इस पूरे मामले से निगम प्रशासन की छवि पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं।



इस पर स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नन्दकुमार कुशवाहा ने भी अतिक्रमण शाखा के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि स्टाफ बिना किसी रसीद के जब्त सामान छोड़कर मनमाना उगाही करता है, जिससे न केवल निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है बल्कि प्रशासन की प्रतिष्ठा भी धूमिल हो रही है। कुशवाहा ने बताया कि अतिक्रमण दस्ते में 10 से 20 साल से कार्यरत कुछ कर्मचारी बार-बार निगम की फजीहत करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की शिकायत उन्होंने अपर आयुक्त खजांची कुम्हार से की है और पूरे मामले की जांच की मांग की है। काजू-किशमिश कांड के बाद अब गुपचुप ठेला प्रकरण ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर के फुटपाथ कारोबारी भी अब निगम की कार्रवाई को लेकर असमंजस में हैं और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

error: Content is protected !!