
डेस्क खबर बिलासपुर रायपुर: बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम लोफन्दी मे शराब से हुई नौ लोगो की मौत के बाद जहाँ सन्नाटा पसरा हुआ है वही दूसरी तरफ न्यायधानी मे हुई इन मौतों पर राजधानी रायपुर मे हंगामा मचा हुआ है lछत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्य विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों ने राज्य में अवैध शराब के कारोबार और बिलासपुर के लोफ़ंदी में जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत का मामला उठाते हुए हंगामा किया और गृह मंत्री विजय शर्मा के बयान से असंतुष्ट होकर सदन से वॉकआउट किया । गौरतलब है की आबकारी विभाग और कोनी थाना पुलिस के संरक्षण मे चल रहे अवैध और जहरीली शराब के कारण मौतों के बाद ग्रामीणों ने मीडिया के सामने गंभीर आरोप लगाए थे और इन मौतों के लिए जहरीली शराब को जिम्मेदार बताया था और कोनी थाना पुलिस सहित आबकारी विभाग पर पैसा लेकर कच्ची शराब क्षेत्र मे बिकवाने की बात भी कबूली थी ! हालाँकि इस मामले मे आबकारी विभाग ने मीडिया के माध्यम से सामने आये नामो के आधार पर ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए अवैध दारू बेचने वालो को गिरफ़्तार कर जेल दाखिल कर दिया है , जबकि ग्रामीणों द्वारा अवैध शराब के धन्धे मे कोचियों को कोनी पुलिस के संरक्षण देने के आरोप की जाँच नहीं हो पाई है। इस मामले मे मीडिया ने कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन के सरकारी मो नम्बर पर जानकारी लेनी चाही तो हर बार की तरह इस बार भी उन्होंने फोन रिसीव करना मुनासिब नही समझा.! भले कोनी थाना क्षेत्र मे 9 मौतों का असली कारण अब तक पता नही चल पाया हो पर मीडिया रिपोर्ट मे यह जरूर खुलासा हुआ है की थाना क्षेत्र मे जमकर अवैध शराब का कारोबार चल रहा था जिसको की पुलिस विभाग और आबकारी विभाग का खुला संरक्षण मिला हुआ था। ऐसे मे सवाल उठना लाजमी है यदि मेडिकल रिपोर्ट मे शराब से मौतों की पुष्टि हो जाती है तो असली दोषी कौन होगा?? शराब बेचने वाले ? इनको संरक्षण देने वाला पुलिस विभाग या आबकारी विभाग.???
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से बिलासपुर जिले मे शराब सेवन से मौत का मामला उठाया। उन्होंने राज्य के गृह मंत्री से अवैध शराब के अवैध कारोबार और अपराधिक अगतिविधियों मे संलग्न लोगों पर कार्रवाई की जानकारी चाही। उन्होंने अवैध शराब बेच रहे है लोगों पर कार्रवाई करने की माँग की ।नेता प्रतिपक्ष ने कहा की गली गली पर लोग शराब बेच रहे है और पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है। कार्यवाही करने वाली पुलिस ख़ुद आवकारी विभाग के लोगों के साथ शराब पीकर सो जाते हैं ।
ध्यानाकर्षण का जवाब देते हुए राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने चार पेज का विस्तृत जवाब देते हुए लोफ़ंदी में शराब पीने से मौत को स्वीकार नहीं किया और कहा की मौत शराब पीने से नहीं बल्कि अन्य कारणों से हुई है । गृह मंत्री ने कहा कि कोई बात छुपाने की नहीं है। उन्होंने कहा की विष्णुदेव साय जी की सरकारज़ीरो टॉलरेंस के आधार पर काम कर रही है । पहली बार राज्य में नशे के कारोबार करने वाले लोगो का प्रॉपर्टी अटैच किया गया है।उन्होंने कहा कि छह सदस्यीय टीम बनी है इस प्रकरण मे रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।
चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरण दास महंतने आरोप लगाया की प्रदेश में शराब की बाढ़ आई है इन्हे रोकना होगा। उन्होंने कहा कीबच्चों के भविष्य ठीक करने के लिए शराब बिक्री रोकनी होगी ,स्कूलों मे शिक्षक शराब सेवन कर पहुचे रहे है। चर्चा में भाग लेते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा की गृहमंत्री बताये की राज्य सरकार प्रदेश में कच्ची शराब के कारोबार के ख़िलाफ़ क्या कार्यवायी कर रही है। इस पर गृह मंत्री का जो जवाब आया उससे विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और कांग्रेसी सदस्यों ने सदन में नारेबाजी करते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया । फिलहाल इन 9 मौतों के बाद अभी भी जाँच जारी है और मौत के असल कारणों का पता करने के लिए बिसरा जाँच रिपोर्ट आने का इंतजार बिलासपुर का आबकारी और पुलिस विभाग कर रहा है।
