बिलासपुर।दो दिन पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सी एम के द्वारा सभी जिलों के एस पी की बैठक लेकर उन्हें ताकीद दी गयी थी कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखें… बावजूद इसके न्यायधानी की कानून व्यवस्था का ग्राफ घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है… ताजा मामला पचपेढ़ी थाना क्षेत्र का है जहाँ गुटका के पैसे नही देने के विवाद में एक नाबालिग की गोली मारकर हत्या कर दी गयी…. हत्या करने वाले दोनो आरोपी फरार है .. जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है…सिर्फ 20 रु के गुटके के लिए हुई हत्या से प्रदेश भर में हड़कंप मचा हुआ है
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बिलासपुर के पचपेड़ी थाना क्षेत्र ग्राम मानिकचौरी में बीती रात 9 बजे के आसपास गुटखा लेने के बाद पैसा नही देने की विवाद में 17 वर्षीय लड़के की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई है…वारदात के बाद दोनों आरोपी युवक घटनास्थल से फरार हो गए है । फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है ….
बताया जा रहा है कि पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम मानिकचौरी मंगतूराम अजय किराना दुकान चलाते है…जो रात 8 बजे के आसपास मे अपनी दुकान बंद घर मे सपरिवार खाना खा रहे थे..
तभी रात दो युवक भूपेंद्र पोर्ते और नंदकिशोर साहू पहुंचे और गुटखा सिगरेट की मांग करने लगे…जिसपर दुकान संचालक मंगतूराम ने अपने बड़े लड़के अनीश अजय को दुकान खोलकर गुटखा देने भेजा आरोपीयो को गुटखा देने के बाद अनीश अजय ने पैसो की मांग की जिसपर आरोपियों पैसा देने से इंकार कर दिया वही अनीस अजय को हाथ मुक्के से मारपीट करने लगे जिसकी आवाज सुनकर अनीस अजय के पिता मंगतूराम माँ सरोजनी बाई एवं छोटी बहन नेहा बाहर निकली तो देखा कि दो लोग दूकान संचालक अनीस को मार रहे है
जिसके बाद अनीस के परिजनों ने बीच बचाव किया तभी आरोपियों ने ईंट से पूरे परिवार पर हमला कर दिया … बाद में आरोपियों ने गन निकाल अनीस अजय को पेट मे गोली मार मौके से फरार हो गए…घायल अनीस अजय को उसके पिता मंगतूराम ने अन्य परिजन के साथ बाइक से पचपेड़ी थाना लेकर पहुंचे जिसके बाद पचपेड़ी पुलिस ने तत्काल घायल अनिस अजय को अपने वाहन में मस्तूरी स्वस्थ्य केंद्र ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने परीक्षण उपरांत अनीस अजय को मृत घोषित कर दिया… मृतक के पिता मंगतूराम माँ सरोजनी एवं बहन नेहा की हॉस्पिटल से इलाज उपरांत छुट्टी कर दी गई है…वही मृतक की शव को पोस्टमार्टम में भेज पुलिस आगे की जांच में जुट गई है ईस मामले में पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुँचे हुए और जांच जारी है…
वही इतनी बड़ी घटना रात 9 बजे होती है लेकिन थाना प्रभारी को सुबह पता चलता है .! परिजनों की माने तो युवकों के आतंक और रंगदारी की शिकायत पुलिस से की भी थी लेकिन हमेशा से लकीर पीटने वाली पुलिस ने इस बार भो कोताही बरती और वारदात हो गई है । परिजनों और पड़ोसियों के अनुसार आरोपी के पास बंदूक होने की सूचना के बाद पुलिस ने युवकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की .यदि समय रहते कानून के रखवालो ने कांनून व्यवस्था का पालन किया होता तो शायद एक परिवार को अपना बेटा नही खोना पड़ता ।