कोरबाडेस्क खबर

जिले में क्रिकेट के नाम पर जमकर हो रही वसूली , अव्यवस्था के बीच हो रहा है सलेक्शन .. अफरातफरी में किसका है कनेक्शन ..



डेस्क खबर कोरबा:-छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ सीएससीएस द्वारा कोरबा जिले से मान्यता प्राप्त संस्था केडीसीए (कोरबा डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) द्वारा हाल ही में बीते रविवार को अंडर 16 अंदर 14 वर्ग के खिलाड़ियों के सलेक्शन ट्रायल का आयोजन एसईसीएल के सेंट्रल वर्कशॉप मैदान में आयोजित किया गया।                .
जहां लगभग डेढ़ सौ बच्चों ने हिस्सा लिया सलेक्शन में हिस्सा लेने के लिए बाकायदा ₹500 रजिस्ट्रेशन शुरू के रूप में वसूला गया ,जहां तो कुछ खिलाड़ियों शुल्क की रशीद भी प्राप्त नहीं हुई।

*अव्यवस्था के बीच होता है सलेक्शन ट्रायल*

चयन प्रक्रिया के आरंभ होते ही अवस्थाओं का आलम भी देखने को मिला ।
कई किलोमीटर दूर से आए बच्चों के लिए नाश्ते और चाय पानी  तो दूर  ना ही कोई छायादार विश्राम करने की जगह और टेंट की व्यवस्था की गई थी ,
सुबह 8:00 बजे से आरंभ हुए क्रिकेट ट्रायल शाम 4:00 बजे हुआ जहां पर बच्चों को मजदूरों की तरह पत्तल में चावल दाल और सब्जी परोसी ।
वही लंबे समय तक खाना नहीं मिलने से कुछ बच्चे तो बेहोश भी हुए बावजूद ₹500 वसूलने वाले ने किसी भी तरह की मेडिकल किट या कोई व्यवस्था नहीं रखी थी।



*एक ही शख्स काबिज है मलाईदार पोस्ट पर*

सन 2004 में अस्तित्व में आए कोरबा जिला क्रिकेट एसोसिएशन केडीसीए को तत्कालीन bcpp के कर्मचारी बीवी साहू ने अपने जिम्मेदारी में लिया इसके बाद से आज तक सभी नियमों को तक पर रखकर वे अधिकांश समय या तो अध्यक्ष या फिर सचिव के पद पर पदेन रहे।

*20 वर्षों तक पद में रह कर एक भी क्रिकेट के लिए टर्फ विकेट और रोलर की व्यवस्था नहीं की*

जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बी.बी साहू लगभग 20 वर्षों से भी अधीक समय से काबिज है, उनके द्वारा आज पर्यंत खिलाड़ियों के लिए आवश्यक टर्फ विकेट और रोलर की व्यवस्था नहीं की जिसका खामियाजा जिले के प्रतिभावान खिलाड़ियों को होता रहा है।

*राज्य क्रिकेट संघ द्वारा जिले में क्रिकेट के विकास को लेकर प्रतिवर्ष दिया जाता है लाखों रुपए।*

राज्य क्रिकेट संघ द्वारा अलग अलग जिलों को उनके प्रदर्शन के अनुरूप केटेगरी में रखा गया है। जिसमें जिला क्रिकेट संघ को प्रतिवर्ष 12 से 08 लाख रुपए मिलते है, जो कहा खर्च होते है ये सिर्फ अध्यक्ष की जानकारी में है।

*लालसा कहे या मोह एक की वजह से नहीं हो रहा क्रिकेट का विकास*

बीवी साहू के पद की लालसा की बदौलत कई खिलाड़ी राजनीति और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए और कुछ खिलाड़ी तो मजबूर होकर कोरबा जिला छोड़कर अन्य जिलों से खेलने चले गए।

*कुछ लोगों से चल रहा क्रिकेट संघ,नहीं तो आधे पदाधिकारियों को क्रिकेट की जानकारी नहीं*

जीला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बी.बी साहू की दखल सभी कार्यों में रहती है।
मनचाही खरीददारी से लेकर अपने मनचाहे सेलेक्टर रखना और बाद में किसी भी खिलाड़ी को टीम में स्थान देने के लिए दबाव बनाए जाने की शिकायत भी सामने आती रही है।

*कार्यालय के नाम पर कर बैठे है कई शासकीय मकानों में कब्जा*
जिला क्रिकेट संघ के कार्यालय के नाम पर अध्यक्ष महोदय द्वारा शासकीय मकानों में कई वर्षों से कब्जा जमा रखा है, जिसके दुरुपयोग की बाते भी सामने आती रही है।

*प्रत्येक खिलाड़ियों से 500 रुपए पंजीयन शुल्क कई वर्षों से ले रहे*

जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष द्वारा कई वर्षों लगभग 20 वर्षों से 500 रुपए प्रति खिलाड़ी के हिसाब से अब तक कई लाखों रुपए का गड़बड़ झाला भी सामने  आया है, विरोध करने वाले सदस्यों को दिखा देते है बाहर का रास्ता।

*20 वर्षों में बदले है 50 से अधिक सदस्य*
जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बी.बी साहू द्वारा अपने मनमाने तरीके से आय और व्यव का लेखा जोखा रखा जाता है,यदि कोई सदस्य गलत कार्यों के लिए मना करता है या इसका विरोध करता है तो कूट नीति से उसको संघ से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है ।

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