VIDEO – फिर एक बार अटल श्रीवास्तव और विजय केसरवानी के बीच हुई तीखी नोकझोक..!
पूर्व डिप्टी CM के सामने दिये बयान को बनाया आधार… टिप्पणी से आहत हुए जिलाअध्यक्षों ने की कोटा विधायक अटल के निष्कासन की प्रदेश अध्यक्ष से मांग..!

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद और पार्टी की लगातार की हार के बाद कांग्रेसियो मे मचा बवाल थमने का नाम नही ले रहा है…संगठन मे पदों पर बैठे पदाधिकारी संगठन की ताकत के बल जिले के बड़े नेताओ को लगातार निष्कासित करने की प्रक्रिया में की जान से लगे हुए हैं जिसके चलते बिलासपुर कांग्रेस संगठन मे जमकर बवाल मचा हुआ है। वहीं पीसीसी अध्यक्ष के बदले जाने की सुगबुगाहट के बीच बिलासपुर पहुँचे पूर्व डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव के सामने ही कांग्रेसी नेता पंकज सिंह के घर मे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी रहे कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव और जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी फिर एक बार आमने सामने आ गए। कोटा विधायक पर आरोप है की अपने चहेतो को टिकट नही मिलने और अपने करीबियों को पार्टी से बाहर किये जाने पर नाराज विधायक ने भीतरघात करने वालो को कलेक्टर और और निष्कासन पत्र जारी करने वालों को चपरासी कह दिया इतना ही नहीं कोटा विधायक ने ग्रामीण अध्यक्ष को उनके सीने पर छुरा घोपने वाला तक कह दिया..
पूर्व डिप्टी सीएम बाबा के सामने की गई कोटा विधायक अटल की अशोभनीय टिप्पणी को आधार बनाकर अटल को कांग्रेस पार्टी से विदाई की पूरी तैयारी के साथ बिलासपुर में जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष विजय पांडे और ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कोटा विधायक को पार्टी से निकाले जाने की अनुशंसा प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से पत्र के जरिये की है ।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों ने कोटा विधायक अटल के खास माने जाने वाले कट्टर समर्थक और प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय को नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों करने के आरोप पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करते हुए कुछ कांग्रेसी नेताओ पर भीतरघात किये जाने की शिकायत पर कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया था इस पूरे घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के वर्तमान विधायक अटल श्रीवास्तव को पार्टी से बाहर निकाले जाने की अनुशंसा की गई है। वहीं अटल श्रीवास्तव ने इस पूरे में उन तक पत्र नहीं पहुंचने की बात की है। वहीं अब तक इस पूरे मामले में कांग्रेस पार्टी के की कोई बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया नहीं आई है। लोकसभा, विधानसभा और नगरीय निकायों में हार के बाद कांग्रेस में बड़ी तेजी से बड़े नेताओं के समर्थकों के बीच जंग छिड़ी हुई है। ।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में कांग्रेस में फूट चरम सीमा पर जिससे पार्टी को नुकसान के असर का आंकलन भी लगाया जा रहा है। वहीं कोटा विधायक को पार्टी से निकाले जाने की अनुशंसा किए जाने के बाद अध्यक्ष विजय केशरवानी और अटल श्रीवास्तव आमने सामने हैं। और दोनों नेताओं और उनके समर्थकों के बीच पूर्व में हुए विवादों की भी चर्चा आम है। जिसमें कांग्रेस की पिछली सरकार के दौरान मई 2023 को सीएम भूपेश बघेल को बेलतरा क्षेत्र में भेंट मुलाकात के दौरान अकलतरी पहुंचने और सीएम कार में बैठने को लेकर हुए विवाद की चर्चा है। जिसमें पहले ही कांग्रेस नेता विजय केशरवानी उनकी कार में सवार हो चुके थे। जबकि सीएम के सलाहकार प्रदीप मिश्रा ने पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव को भी कार में बैठने को कहा। इसके बाद पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव जिला कांग्रेस अध्यक्ष आपस में भिड़ गए। कहा जाता है मौके पर ही मौजूद तत्कालीन राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने दोनों को किसी तरह शांत कराया। इस तरह के कई विवाद और वायरल वीडियो अब सार्वजनिक रूप से चर्चा का विषय हैं। वहीं फिलहाल कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और संगठन के बड़े नेता किस तरह से इस अनुशंसा पत्र पर प्रतिक्रिया देते हैं इसका सबको इंतजार है। लेकिन इस विवाद के बाद लोगो के मन मे जरूर यह सवाल है क्या वर्तमान कांग्रेस पार्टी से टिकट लेकर विधायक बने अटल श्रीवास्तव को पार्टी से निष्कासन कर बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा..???
