बिलासपुर

हत्या का खौफनाक मंजर !  कांप उठेगी रूह..
मामले में पुलिस की गश्त पर उठे सवाल.,तो विज्ञाप्तिवीर बनने वाले निगम के महापौर और अधिकारियों की अब तक नहीं टूटी नींद…..!
देखिए दिला दहला देने वाला वीडियो ..!

बिलासपुर ___बिलासपुर के  सरकंडा इलाके में दो लोगो के साथ सड़क पर पड़े निर्माण सम्मगी को हटाने के लिए हुए विवाद में घटना का जो सी  सी टी वी फुटेज सामने आया है उसे देखकर आपके रोगंटे खड़े हो जाएंगे…. वहशी और जानवर बने आरोपियों की इंसानियत पूरी तरह से खतम हो गई थी… मामूली सी बात पर इस तरह से जान लेने पर आमदा हो चुके लोगो की इस करतूत से हर कोई दहल गया है…

दरिंदो के वहशीपन को जरा इस सी सी टी वी फुटेज में देखे



फुटेज देखने की बाद आपकी रुंह कांप गई होगी…. क्या भला मामूली सी विवाद को लेकर कोई इस तरह जानवर बन जाता है…

घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने अपनी सफलता बता दी आरोपियों को पकड़कर… .. सीएसपी कोतवाली पूजा कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि, खमतराई हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का रहने वाला पंकज उपाध्याय अपने दोस्त कल्लु के साथ बीती रात करीबन 11:30 से 12:00 बजे के बीच में अपनी मोटरसाइकिल से घर जा रहा था कि खमतराई  अटल चौक के पास मेन रोड में गोपी सूर्यवंशी का मकान है जहां पर रात में गोपी सूर्यवंशी अपने अन्य भाइयों के साथ अपने घर के बाहर  मेन रोड में सीमेंट, रेत, गिट्टी फैलाकर तथा मसाला तैयार करके दुकान में फ्लोरिंग कर रहे थे.. जहां पर पंकज उपाध्याय एवं उसके दोस्त कल्लू के द्वारा मेन रोड में गिट्टी, रेत और सीमेंट को फैलाने से मना किया गया.. इस बात को लेकर गोपी सूर्यवंशी एवं उसके अन्य भाइयों के द्वारा पंकज उपाध्याय एवं उसके दोस्त कल्लू के साथ मारपीट किया गया मारपीट करने के दौरान पास मे रखे रापा, बत्ता तथा अन्य वस्तु से दोनो के उपर प्राण घातक हमला किया गया जिससे पंकज उपाध्याय एवं उसका दोस्त कल्लू गंभीर रूप से घायल हो गए जिसे इलाज के लिए सिम्स अस्पताल भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान पंकज उपाध्याय की मृत्यु हो गई है एवं उसका दोस्त कल्लू गंभीर रूप से घायल है मामले में पुलिस ने सभी आरोपी तिलकेश, रुपेश सूत्रे, शिव शुत्रे,  साहिल शुत्रे, गोपी सूर्यवंशी को  हिरासत में ले लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है..

अब घटना हो गई है और कानून व्यवस्था की किरकिरी हो रही है तो पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्यवाही में जुट गई है … लेकिन इस तरह की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए…

* लगता है न्यायधानी फिर अशांत हो चली है

* पुलिस की रात्रिकालीन गश्त का कोई अता पता नहीं है

* घटना मेन रोड अटल चौक के पास होती है..
साढ़े ग्यारह बारह बजे के आसपास हुई घटना..

अगर पुलिस की गश्त होती तो शायद ये घटना न होती है…

* घटना के बाद आरोपियों को पकड़कर पुलिस ने अपनी कर्तव्यों की इतिश्री कर ली हो लेकिन… जिस परिवार पर दुखों का ये पहाड़ टूटा… वह अब जिंदगी भर रहेगा

* इस मामले में निगम भी काम दोषी नहीं है

* जब तब निगम के महापौर के द्वारा , अधिकारियों के द्वारा सड़क पर पड़ी निर्माण सामग्री को लेकर विज्ञप्ति जारी कर  कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी जाती है…

उसके बाद सब भूल जाते है… इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल न खड़े हों इसलिए पुलिस ने आरोपियों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेज दिया.. लेकिन निगम ने इस मामले पर कोई कदम नहीं उठाया.. अफसरों को स्मार्ट सिटी बनाने से फुर्सत नही है… और लगता है कि  महापौर का चुनाव के समय चर्चित आडियो क्या वायरल हुआ उनकी काम करने की इच्छा ही खत्म हो गई…

बहरहाल जिस वायदे के साथ बीजेपी ने सत्ता कब्जा किया है ऐसे में  बीजेपी को इस वायदे को भूलना नहीं चाहिए कानून में कसावट के साथ ही निगम की सुप्त होती कार्यशैली को भी जगाने की जरूरत है…

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