Bilaspur news:– क्षेत्र में हुए हत्याकांड में आरोपी को पकड़ने की देरी और देर रात खुले बार में पुलिसकर्मी से मारपीट की घटना से नाराज एसपी ने टीआई तारबाहर गोपाल सतपथी को लाइन अटैच कर दिया।
बिलासपुर। तारबाहर थाना क्षेत्र के ओमिगोस बार में पुलिस के आरक्षक की पिटाई के और हत्याकांड जैसी जघन्य वारदातों के बाद नाराज पुलिस अधीक्षक ने तारबाहर टीआई गोपाल सतपथी को हटा दिया है। उनकी जगह पूर्व में तारबाहर में पदस्थ रह चुके जेपी गुप्ता को तारबाहर का टीआई बना कर भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक के इस कदम के बाद पुलिस महकमें में खलबली मच गई है।
बता दे कि रविवार की देर रात तारबाहर थाना क्षेत्र का ओमिगोज बार देर रात खुला हुआ था। यहां पुलिस विभाग के एमटीओ का चालक धनेश साहू गया हुआ था। धनेश साहू की पदस्थापना वर्तमान में सिटी कोतवाली थाने में ड्राइवर के पद पर हैं। उसकी बार के बाउंसरों ने पिटाई कर दी थी। इसके बाद थाने से पेट्रोलिंग पार्टी पहुंचने पर बार देर रात खुला मिला था। पुलिस के पहुंचने के बाद नशे में धुत्त युवक– युवतियों को बाहर निकाला गया था। वही धनेश साहू अपराध दर्ज करवाने थाने पहुंचा था। पर थाने में ही आकर बार के कर्ता– धर्ताओ ने आकर प्रार्थी से समझौता कर लिया और इस मामले में अपराध दर्ज नहीं हुआ। देर रात तक बार के नीचे बाउंसर खड़े रहे। इन घटनाओं से पुलिस अधीक्षक जमकर नाराज हुए थे और उन्होंने आज तारबाहर टीआई को हटा दिया।
बता दे कि तारबाहर थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या हुई थी। जहां हत्या हुई वहां से थोड़ी देर पहले पुलिस पेट्रोलिंग निकली थी। पर उन्होंने शराब पी रहे युवाओं को मना नहीं किया था। हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक तत्काल मौके पर पहुंच गए थे। 15 दिनों तक के हत्यारा पकड़ा नहीं जा सका था। जबकि फरारी के दौरान ही उसने सरकंडा थाना क्षेत्र में भी एक चाकूबाजी की घटना को अंजाम दे दिया। आरोपी को पकड़ने और टीआई को हटाने के लिए मृतक के परिजनों ने एसपी से मांग भी की थी। 15 दिनों बाद कोटा थाने के दो आरक्षकों ने हत्यारे को गिरफ्तार किया था।
कुछ दिन पहले थाना क्षेत्र के व्यापार विहार में एक मारपीट की घटना हुई थी। शिकायत मिलने के बावजूद भी टीआई ने ना सीसीटीवी चेक किया और ना हीं स्टाफ से चेक करवाया। इसकी भी शिकायत एसपी के पास पहुंची थी। जिसके चलते आज सपा की गाज टीआई पर गिरी। बता दे जेपी गुप्ता पूर्व में भी तारबाहर टीआई रह चुके हैं। उनके कार्यकाल में 50 लाख की फिरौती के लिए नाबालिक के अपहरण के मामले में 24 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। हाल ही में आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा वे बिलासपुर में सरकंडा, तोरवा, सीपत, सिविल लाइन, सकरी थानों के भी प्रभारी रह चुके हैं।