छत्तीसगढ़बिलासपुर

मतदान केंद्रों की हकीकत .!  VIP सेंटरों में खास बदोबस्त !
सरकारी तंत्र के तन , मन , धन की व्यवस्थाओ की खुली पोल .!
चुनाव आयोग को देखनी चाहिए हकीकत .!









बिलासपुर …प्रदेश में आज हुए तीसरे चरण का मतदान खत्म हो गया है ..बिलासपुर लोकसभा में भी मतदाताओं ने अपने मतों का इस्तेमाल कर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर दिया किसके सर जीत का सेहरा सजेगा यह  4 जून को पता चल ही जाएगा ।
लेकिन बिलासपुर लोकसभा के मतदान स्थलों से आई तस्वीर और खबरों ने चुनाव आयोग के दावों की पोल खोल दी है ..चुनावी तारीख की घोषणा के बाद से पूरा सरकारी तंत्र ने चुनाव में मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने के लिए ढेरों जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हुए पूरे तन ,मन ,धन ,से अभियान चलाया । लेकिन
लेकिन vip मतदान केंद्रों पर भी VIP कल्चर देखने को मिला जहा माननीययो ने अपने मत का इस्तेमाल किया उन मतदान केंद्रों पर जूस से लेकर पानी  व्हील चेयर सहित तमाम सुविधाएं लगभग दुरुस्त नजर आई है । लेकिन उसके उल्ट कई खबरों और आरोपो का सच भी सामने आया है । कुछ ऐसे ही नजारे और आरोप लगाकर लोगो को अपने वोट से वंचित होना पड़ा । और कई जगह लोग जमकर नाराज भी दिखे ..इस सच को चुनाव आयोग को गंभीरता से लेना चाहिए।
मतदान केंद्र 127 में व्हील चेयर की नहीं है व्यवस्था । मतदान देने आए एक बुजुर्ग ने जताई नाराजगी ।



ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार
मूलभूत सुविधा बिजली,पानी और सड़क की मांग को लेकर किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार
मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बसंतपुर के ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार
अधिकारी कर्मचारी लोगो को समझाने पहुँचे



बिलासपुर में चुनाव ड्यूटी के समय लापरवाही का वीडियो आया सामने

मतदान कर्मियों के लिए कचरा वाली गाड़ी में लाया गया नाश्ता
बिल्हा क्षेत्र के परसदा के मतदान केंद्र का मामला
मतदानकर्मियों को कचरा गाड़ी से नाश्ता लाकर देने का वीडियो हो रहा वायरल
। मतदान के दौरान ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों के लिए प्रशासन ने की है भोजन व नाश्ते की व्यवस्था। मजे की बात यह रही कचरे की गाड़ी को दूर खड़ा कर दिया गया था ।



वोटिंग को लेकर हंगामा..
निर्वाचन आयोग की लचर व्यवस्था और बड़ी लापरवाही के कारण कई लोग मतदान करने से वंचित होना पड़ा कई लोगो का नाम नही होने से भटकना पड़ा और लोग बिना मतदान किए वापिस घर आने के लिए मजबूर हो गए
तोरवा स्थित बूथ क्रमांक 195 में फर्जी वोटिंग का मामला आया है जहा एक हाईकोर्ट के वकील का वोट किसी और ने डाल दिया
वोटर पहुंचा तो पता चला वोटिंग हो गई है..
वोटर ने किया चैलेंज मतदान..




नाम और लिस्ट गड़बड़ की वजह से कई मतदाता हुए वापस..
मीडिया के हस्तक्षेप के बाद बीएलओ ने मुख्य निर्वाचन आधिकारी को दी जानकारी..
बूथ क्रमांक 194 और 195 में कुछ देर के लिए मतदान प्रभावित..



जब हंगामे के बाद महिला कर्मचारी ने फोन के माध्यम से मुख्य जिला निर्वाचन अधिकारी को पीड़ा सुनाई



वहीं इसी सेंटर से आई और एक मार्मिक वीडियो को देखिए जिसमे बुजुर्ग दंपति को बिना वोट दिए बैरंग लौटना पड़ा इतना ही बूथ क्रमांक 194 और 195 के अधिकारियों ने बुजुर्ग के लिए व्हील चेयर तक मुहैया करवाना मुनासिब नहीं समझा ।




चुनाव ड्यूटी में लगे बस ड्राइवर परेशान….ग्रामीण अंचलों के मतदान केंद्र में नही है ठहरने की व्यवस्था…..गर्मी और मच्छर से सैकड़ो ड्राइवर व कंडक्टर परेशान….हालाकि इसकी जानकारी हमारे सहयोगी ने दी है ।

यह तो चंद केंद्रों की हकीकत है बाकी केंद्रो पर भी बहुत सी शिकायते आई है । ऐसे में चुनाव आयोग को सोचना चाहिए की उसकी तैयारी कैसी रही .? और जो जनता अपने मत का इस्तेमाल नहीं कर सकी उसका दोषी कौन है .?
कई सोशल मीडिया में भी लोगो ने अपने मत का इस्तेमाल करते हुए फोटो और वीडियो भी वायरल कर दिए है । पर आयोग क्या शिकायत पर कार्यवाही करेगा या खुद संज्ञान लेगा ? यह सस्पेंस है .?

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