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CG महतारी वंदन और बेटी बचाओ केवल नारे ही रह गए…!!!बिलासपुर का बिगड़ रहा है माहौल!!!अपराधियों के हवाले हो गया शहर: पूर्व विधायक!!अपराधो के जाल में फंसता बचपन…फिर सारे लोग है चुप… तुम भी चुप और मैं भी चुप!!!पढ़े खबर..

डंकाराम/छत्तीसगढ़/बिलासपुर

किलकारियों के शहर में अब लगने लगा है….

फिजा की वासना में घुले जहर से सिसकियां तोड़ रही है दम….

बिलासपुर/ संस्कारधानी/न्यायधानी के नाम से नवाजे गए शहर को न जानें क्या हुआ है…. अब चारो तरफ वासना की आंखे बचपन को घूरती हुई नजर आती है… पिछले कुछ दिनों से शहर में आए दिन हो रही घटनाओं ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है…. कुछ दिनों पहले डंडे में झंडा बदला तो लगा कि महतारी वंदन का तिलक और बेटी बचाओ के नारे बुलंद करने वाले , गला फाड़कर अस्मिता की रक्षा का दंभ भरने वालों की सरपरस्ती में शहर पलेगा… बढ़ेगा और सुकून की सांस लेगा….

लेकिन फिजा का आंचल कुछ इस कदर मटमैला हो रहा है कि अब शहर का नाम बताने में लाज आने लगी है….दो दिनों पहले तीन साल की मासूम अपने बाबुल का घर ठीक से न देख पाई और इस दुनिया से रुखसत हो गई…. कब्र पर पड़े फूल मुरझाने से पहले एक और मासूम दरिंदगी का शिकार हो गई… घटना कोनी थाना क्षेत्र की है जहां 5 साल की बच्ची के साथ दो नाबालिगों ने दुष्कर्म किया… मामले में कोनी की वर्दीधारी पुलिस ने कानून की बेड़ियां पहनाकर आगे की कार्यवाही करते विज्ञाप्तिवीर बन गई…. दोष वर्दी का नहीं… लचीले कानून का है… उसकी पेचीदगियों का है…. जहां चाहकर भी कुछ नहीं किया जा सकता है…..

क्योंकि कानून की किताब में अपराध करने वाली की उम्र को बांट दिया गया है…..
बिलासपुर में लगातार कुछ दिनों के अंदर बड़ी संख्या में नाबालिक से दुष्कर्म जैसे संगीन मामले सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है राजनीति से लेकर सामाजिक हर क्षेत्र में बहस छिड़ गई है…. लोग अपने अपने तरीके से अपराध की व्याख्या करने में जुटे है…. सामाजिक जागरूकता के लिए दुष्कर्म, नशा सहित अन्य बातों को लेकर पुलिस समाजसेवी संगठनों के साथ मिलकर अभियान चलाती है लेकिन हकीकत के आईने में ये अभियान महज एक दिन का तमाशा बनकर खत्म हो जाते है…. बच्चो के द्वारा किया गया अपराध चिंता का विषय बनता जा रहा है…किसे दोष दे बिगड़ती कानून व्यवस्था को या फिर समाज में फैले उस जहर को जो इस तरह के अपराध की तरफ बचपन को धकेल रहा हो…
शहर में मासूम बेटियों के साथ एक के बाद एक हो रहे अत्याचार को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने बीजेपी सरकार और कानून व्यवस्था को सवालो के कटघरे में खड़ा कर पूछा है कि बीजेपी सरकार में अधर्म बढ़ रहा है… चुने हुए नेता मौन क्यों है…???

शहर में मासूम बेटियों के साथ एक के बाद एक हो रहे अत्याचार को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने बीजेपी सरकार और कानून व्यवस्था को सवालो के कटघरे में खड़ा कर पूछा है कि बीजेपी सरकार में अधर्म बढ़ रहा है। चुने हुए नेता मौन क्यों है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने कोनी थाना क्षेत्र में पांच साल की नाबालिक लड़की के साथ समाज और शहर को शर्मशार कर देने वाली घटना की खबर लगते ही देर रात बयान जारी कर कहा कि.
बिलासपुर में बेटियाँ सुरक्षित नहीं,रोज़ रोज़ दुष्कर्म की घटनाएँ हो रही है
बीजेपी की सरकार जबसे बनी है बिलासपुर में हर दो दिन में चाकू बाज़ी और मासूम बच्चियों के साथ अनाचार की घटनाएँ हो रही है अभी तीन वर्ष की बच्ची और अब पाँच वर्ष की बच्ची को शिकार बनाया गया है… सरकार के नेता चुप्पी साधे हुए है और सत्ता के नशे में मस्त है और बस राजनीतिक बयान बाज़ी कर रहे है जनता से कोई सरोकार नहीं है….. खैर ये तो हर राजनीतिक दल के लिए समय समय पर मुद्दा बनता है और फिर खामोश हो जाता है…. लेकिन अपराधो का ग्राफ सुरसा की तरह हर रोज बढ़ रहा है… बाजार, गली, मोहल्ले से लेकर हर तरफ वासना की भूखी नज़रे शिकारी भेड़िए की तरह खामोशी का पदचाप कर रही है … मातृ शक्ति, नारी शक्ति को वोट बैंक समझने वालों को अब तो जागना होगा …. क्योंकि आंचल जिस दिन सिर पर बंध जाता है उस दिन फिर एक नया इंकलाब लाता है….

लो सुन लो मेरे शहर का हाल….

अपराधो के जाल फंसता बचपन का लाल….

फिर भी सारे लोग है चुप…. तुम भी चुप और मैं भी चुप…

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विनोद कुशवाहा

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