बिलासपुर /डेस्क /
बिलासपुर जिले की धर्म नगरी कहलाने वाले रतनपुर में आयोजको की लापरवाही से रतनपुर का ऐतिहासिक मेला अब मजाक का केंद्र बना गया है ..धार्मिक नगरी रतनपुर में तकरीबन 7 दिनों तक आयोजित होने वाला प्रसिद्ध ऐतिहासिक माघ पूर्णिमा एवं आदिवासी विकास मेला इस साल शुरुआत से ही विवादो में उलझा रहा है.. ..मेले के प्रारंभ प्रारंभ में मेला परिसर में फैली गंदगी और अवस्थाओं के चलते लोगों को बीमारी और बदबू के बीच मेला जाने पर मजबूर होना पड़ा …बाद में आयोजन समिति ने आनन फानन में दवा छिड़काव और साफ सफाई व्यवस्था का मोर्चा संभाला और कुछ हद तक मेला आने वाले पर्यटकों को कुछ राहत जरूर दी…लेकिन गंदगी के अंबार के बीच व्यवस्था सुधरी ही थी की बिलासपुर विधायक की लेट लतीफी के कारण खाली कुर्सियों देख विधायक जी की नाराजगी और मीडिया से दूरी रतनपुर में चर्चा का विषय बन गई …
इन सबके बीच
अब मेले में गुंडों के आतंक की दास्तान से मेला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है ..रतनपुर में अपराधियों के तांडव से दुकानदारों में भय का माहौल बन गया है ..धार्मिक नगरी रतनपुर में आदतन बदमाशो के हौसले चरम सीमा पर है .. मेले में गुंडों का कहर ने सभी हदें पार करते हुए मेले में जमकर उत्पात मचाया और जमकर तोड़फोड़ करते हुए मारपीट भी के इतना ही नही बदमाशों ने दुकानदारों से भी बदसलूकी करते हुए रुपयों की मांग की…
धार्मिक नगरी रतनपुर में आदतन अपराधियों के हौसले बुलंदी पर है किसी से भी मारपीट करना लूट मार करना आम बात हो गई है दो दिन पहले रात दस बजे के आसपास मेले में दस बारह की संख्या में गुंडे पहुंचे और मेले में दुकान दारों और झूला वालों को बेरहमी से पीटा एवं उनके गल्ले से पैसे भी लूट कर ले गए एवं मेले में लगे झूलों को उनके द्वारा तोड़फोड़ भी किया गया,मिकी माउस और जंपिंग झूलो को ब्लेड से काटा गया मेले में लगे दुकानदारों के द्वारा भारी संख्या में थाने पहुंचकर जिसकी शिकायत कर कार्यवाही की मांग की गई है,खास बात ये कि
धार्मिक नगरी रतनपुर में फिर से आदतन बदमाशों का आतंक फैलने लगा है। धार्मिक नगरी होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, तो वही हाईवे से भारी वाहन भी गुजरते हैं। बदमाशों द्वारा इन्हीं लोगों के साथ लगातार लूटपाट की जा रही है। इक्का दुक्का मामले में आरोपियों के पकड़े जाने के अलावा कड़ी सख्त कार्यवाही न होने से बदमाशों के हौसले बुलंद है ।
जबकि आयोजन समिति और प्रशानिक अधिकारियों द्वारा बैठक में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर आपसी चर्चा में मेले को बिना किसी विवाद के सफल करने के लिए डिप्टी कलेक्टर द्वारा क्षेत्र के बदमाशो पर कार्यवाही कर जेल भेजने के आदेश जारी किए गए थे
दिलचस्प बात यह है कि मेला आरंभ होने से पहले ही आयोजन समिति और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। उस वक्त डिप्टी कलेक्टर ने आदेश दिया था कि आसपास के सभी बदमाशों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें जेल भेजा जाए, ताकि मेला बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस आदेश के बावजूद रतनपुर पुलिस ने ऐसी कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा, जिसका असर दिखने लगा है। लोग तो पुलिस पर अपराधियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगा रहे हैं। रतनपुर के मेले में जिस तरह से बदमाश घुसकर लूटपाट और मारपीट कर रहे हैं, अगर यही चलता रहा तो आने वाले सालों में इस मेले में कोई भी व्यापारी नहीं पहुंचेगा और मेले का अस्तित्व ही संकट में पड़ जाएगा, इसलिए पुलिस को चाहिए कि तत्काल मामले की गंभीरता को समझें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए……