

बिलासपुर। बिलासपुर जिले के बिल्हा विधानसभा अंतर्गत नगर पंचायत बोदरी के वार्ड नंबर 10 में बनाए गए बूथ में एक भी मतदान नहीं हुआ। जनता के द्वारा चुनाव बहिष्कार करने के चलते शाम 6 बजे तक कोई भी मतदाता यहां वोट डालने के लिए नहीं पहुंचा। पोलिंग बूथ के बाहर ग्रामीण जमा होकर सड़क नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाते रहे। इस बीच कुछ ग्रामीणों को लेकर मतदान करवाने आए कर्मचारियों को घेर कर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया। मौके पर स्थिति तनाव पूर्ण होता देख अधिकारियों ने फोर्स के साथ पहुंच कर मोर्चा सम्हाला और स्थिति को नियंत्रित किया।
बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत बोदरी के वार्ड क्रमांक 10 ग्राम ड़डहा में मतदाताओं को वोट डालने के लिए बूथ क्रमांक 210 बनाया गया था। पर यहां के मतदाताओं ने सड़क की मांग को लेकर पूर्व से ही चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया था। ग्रामीणों के अनुसार नगर पंचायत बोदरी के वर्तमान 10 में पिछले 50 सालों से सड़क नहीं बनी है। बरसात के मौसम में सड़क नहीं होने से नागरिकों को काफी परेशानी होती है। उबड़–खाबड़ सड़क में आने जाने से आए दिन दुर्घटना भी होते रहती है। एंबुलेंस जैसी अत्यावश्यक सेवा भी बड़ी मुश्किल से गांव तक पहुंचती है। ग्रामीण यहां सड़क की मांग को लेकर जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र लिख चुके हैं मौजूद उसके सड़क की मांग पूरी नहीं हो पाई। ग्रामीणों ने कर संहिता लागू होने से पहले भी कलेक्टर को सड़क बनवाने पर बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। पर सड़क नहीं बन पाई।
आज सुबह से मतदान मतदान करवाने के लिए पहुंचा था। सुरक्षा बल के जवान भी मतदान केंद्र में पहुंचे थे। पर सुबह से एक भी मतदाता बूथ में मतदान करने को नही पहुंचा। यहां कुल 960 मतदाता है। दोपहर तक मतदाताओं के नही पहुंचने पर मतदान दल और प्रशासन की पेशानी पर बल पड़ गए। जिसके बाद पटवारी पराग महलांग कुछ ग्रामीणों को लेकर जबरदस्ती वोट डलवाने के लिए कार में लेकर पहुंचा। ग्रामीणों को जानकारी लगने पर महिलाओं, युवक, युवतियों ने पटवारी की कार को घेर कर जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने पटवारी, एसडीएम, तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। महिलाओं व युवतियों ने पटवारी को चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा। ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए एसडीएम, तहसीलदार पोलिंग बूथ के अंदर घुस गए। सूचना मिलने पर एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस बीच पटवारी चार घंटे तक कार में ही बैठा रहा और महिलाएं उसे घेरे रही। शाम 7 बजे तक कार में महिलाएं पटवारी को कार में घेरे रही और शाम 6 बजे फोर्स के आने के बाद उसे बाहर निकाला जा सका।
विधायक प्रत्याशी पर भी मतदाताओं ने निकाली भड़ास:–
मतदान बहिष्कार की जानकारी मिलने कांग्रेस प्रत्याशी सियाराम कौशिक और ग्रामीणों को मतदान करने की अपील करते हुए चुनाव जीतने पर सड़क निर्माण करवाने का आश्वासन देने लगे। तब गांव में उनके ऊपर भी भड़क गए और उन्हें ही खरी–खोटी सुनाते हुए कहने लगे कि आप खुद भी यहां से कई बार विधायक रह चुके हैं, आपने भी सड़क नहीं बनवाई। ग्रामीणों को गुस्से के देखकर सियाराम भी पोलिंग बूथ से चलते बने।
मतदान के समय सुबह 8:00 से शाम 5:00 बजे तक बूथ क्रमांक 210 में एक भी मतदान नहीं हुआ। शाम 7 बजे अधिकारियों ने पटवारी को छुड़ाया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मौके पर पुलिस बल के साथ अफसर अब भी तैनात है।


