बिलासपुर। बिलासपुर सेंट्रल जेल में लगातार गैंगवार की वारदात हो रही है। कैदियों के गुट आपस में लगातार भीड़ रहे हैं। गैंगवार रोकने में नाकाम जेल प्रशासन कैदियों के अन्य जेलों में ट्रांसफर कर अपनी जिम्मेदारियां की औपचारिकता पूरी कर रहा है। जेल प्रशासन की सुस्त रवैये एवं एक पक्षीय फैसले से जेल में कोई बड़ी वारदात होने की आशंका है। जेल प्रशासन ने कैदी को फिर से कोरबा जेल में ट्रांसफर किया है।
सेंट्रल जेल बिलासपुर में कई गैंग इस समय बंद है। जिसमें मैडी गैंग , तालापारा हत्याकांड में बंद आरोपियों के गैंग, कपिल त्रिपाठी गैंग व गणेश तिवारी के गैंग प्रमुख थे। मैडी गैंग के मुखिया मैडी के ऊपर गणेश तिवारी गैंग के लोगों ने पिछले दिनों हमला किया था। अपने लोगों के आ जाने के चलते मैडी को चोट तो नही आई उल्टा हमलावरों को ही मैडी गैंग के सदस्य सिद्धार्थ शर्मा ने घायल कर दिया था। जिसके बाद मैडी और सिद्धार्थ को जांजगीर जेल, राजा खान को मुंगेली जेल व कपिल त्रिपाठी को कटघोरा जेल ट्रांसफर कर दिया गया था।
कुछ दिनों पहले एक बार फिर से गणेश तिवारी गैंग के दो मैंबर हूटिंग करते हुए मैडी गैंग के सदस्यों के बैरक में घुस कर उनसे भिड़ गए थे। मैडी गैंग के सदस्यों की पिटाई से दीपक पिल्ले का जबड़ा टूट गया था और अंकित यादव का मुंह सूज गया था। वारदात की सूचना पर जेल अधिकारी बैरकों में पहुंचे और मारपीट करने वाले कैदियों की जमकर खातिरदारी करवाई और जेल में राउंड मरवाया।
जिसके बाद गैंगवार रोकने से नाकाम हो रहे जेल प्रशासन ने मैडी गैंग के एक सदस्य विराज ध्रुव उर्फ गोलू विदेशी को कोरबा जिला जेल ट्रांसफर कर दिया है। वही दूसरे बैरक में आकर उनसे उलझने वाले दूसरे गैंग के सदस्यों पर कोई कार्यवाही नहीं की है। जिसके चलते जेल प्रशासन पर एक पक्षीय फैसला लेने के आरोप लग रहें हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी का आधार पर खबर