बिलासपुर।बिजली विभाग की लापरवाही और भ्रटाचार की परत से आम जनता वाकिफ है । लगातार बिजली की दरों में बेहताशा वृद्धि के बाद भी बिजली बन्द की समस्या से जनता त्रस्त है मेन्टेन्स के नाम पर घण्टो बिजली बंद रहने के कारण लोग घण्टो अंधेरे में रहने के लिए मजबूर है।
अपने चहेतों ठेकेदारों को फायदा के लिए बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों की मिलीभगत के चलते बिजली विभाग में काम करने वाले ठेकेदार घटिया सामग्री और उपकरण लगा कर बिना बिजली के करंट दे रहे है ।
बिजली सरप्लस राज्य होने के बाद भी घटिया सामग्री लगाने से बिजली की समस्या बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है ।
इन बातों को सच साबित करता हुआ एक मामला सामने आया है । जहाँ सिरगिट्टी इलाके में स्तिथ तिफरा के बिजली विभाग दफ्तर में 1 सितम्बर को बिद्युत कम्पनी द्वारा टेंडर प्रक्रिया के दौरान जमकर मारपीट की गई है और इस घटना के वीडियो भी वॉयरल हो गया ।
मिली जानकारी के अनुसार दो कार्यो के लिए सरकंडा इलाके की एएसके फार्म के संचालक अविनभव शर्मा ने टेंडर डाला लेकिन सिंडिकेट बना कर विजली विभाग को चुना लगाने वाले अन्य ठेकेदारो टेंडर नही डालने को लेकर अभिनव शर्मा के साथ पहले तो हुज्जतबाजी की और फिर नियमतः टेंडर भरने वाले अभिनव के साथ गाली गलौच करते हुए जमकर मारपीट की ।
अभिनव शर्मा की गलती बस इतनी थी कि उसने सिंडीकेट की बात नही मानी और टेंडर उठाने से मना कर दिया । अभिनव की फर्म को टेंडर मिलने से नाराज बिजली विभाग ठेकेदार संघ के अध्यक्ष मनीष राठौर, राकेश मिश्रा,रमेश साहू ,विजय अंचतानी ने उनके साथ अश्लील गाली गलौच शुरू कर दी। जिसका वीडियो भी वाइरल हुआ है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ठेकेदार अभिनव शर्मा के साथ ठेकेदार के साथ संघ के अध्यक्ष मनीष राठौर गाली गलौच कर रहे हैं। और अभिनव शर्मा उनके सामने हाथ जोड़ रहा है फिर भी मनीष राठौर उसे गालियां दे रहे हैं। और फोन पर दो सौ लड़के बुलवा उठवा लेने की धमकी दे रहे हैं।
जिसके बाद दोनों पक्षों में जम कर मारपीट हो गई। मारपीट के बाद दोनों पक्षों ने सिरगिट्टी थाना पहुँच कर एक दूसरे पक्षों पर एफआईआर दर्ज करवाई है।
क्या होता हैं सिंडीकेट सिस्टम, कौन हैं इसका मास्टर माइंड:-
इस सिस्टम को रिंग सिस्टम भी कहा जाता है जहाँ पर ठेकेदार एकजुट होकर मनचाही दरों पर टेन्डर की प्रक्रिया में हिस्सा लेते है । और टेंडर को उचे दामो में उठाकर अनाप शनाप पैसा बिजली विभाग से काम के एवेज में हासिल कर लेते है । विजली विभाग के अधिकारियों को इस सिंडिकेट के बारे में पता है लेकिन कमीशन और दबाब में अधिकारि भी अपनी मजबूरी बता कर जनहित के कार्यो के हवाला देकर तय दामो से भी ऊची दरों पर काम करवा कर भुगतान कर देते है इस तरह बारी बारी ये सिंडिकेट के सदस्य ठेकेदार एक एक कर के टेंडर उठाकर बिजली विभाग को चुना लगाते है । अधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही का खामियाजा आम लोगो को उठाना पड़ रहा है महंगी बिजली दरों से बिजली शुल्क पटाने वाले उपभोक्ता थोड़ी से बारिश हवा में ही बिजली बंद होने की समस्या से परेशान होकर घण्टो बिना बिजली के अंधेरो और गर्मी झेलने को विवश नजर आते है
विधुत कंपनी में काम करने वाले इन सिंडिकेट की ददाग़री इस कदर चरम पर है कोई अन्य बाहरी ठेकेदार इस काम मे न घुस सके इसके लिए रिंग के ठेकेदार भरपूर दबाव बनाते हैं। और साम दाम दंड भेद से किसी अन्य ठेकेदार को विभाग में घुसने नही देते। कहा जाता है कि सिंडिकेट का इतना दबदबा है कि चाह कर भी कोई नया आदमी बिजली विभाग में टेंडर नही डाल सकता है ।
एएसके फर्म के संचालक अभिनव शर्मा के द्वारा करवाई गई एफआईआर के मुताबिक बिजली विभाग ठेकेदार संघ के अध्यक्ष मनीष राठौर व एक अन्य ठेकेदार अभिनव तिवारी के द्वारा रिंग बना कर ठेका भरवाया जाता है। अभिनव शर्मा के मुताबिक मनीष राठौर व अन्य ठेकेदारों के द्वारा मुझसे कहा गया था कि अभिनव तिवारी के द्वारा तुझे फॉर्म भरने से मना किया गया है और अभिनव तिवारी से फोन पर बात करवाने की कोशिश करवाई। जिस पर मेरे द्वारा मना कर दिया गया। तो वही ठेकेदार राकेश मिश्रा ने अपनी एफआईआर में बताया है कि अभिनव शर्मा के द्वारा पास पड़े डंडे से उसे मारा गया।
नायब तहसीलदार को धमकी, धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र व मारपीट का आरोपी है अभिनव तिवारी:-
रिंग से बाहरी ठेकेदार अभिनव शर्मा के अनुसार रिंग बना कर टेंडर भरने वाले सिस्टम का सरगना बिजली विभाग के ठेकेदार अभिनव तिवारी को माना जाता है। बता दे कि अभिनव तिवारी के ऊपर कोटा थाने में वर्ष 2020 जुलाई के माह में धोखाधड़ी करने, आपराधिक षड्यंत्र रचने, परारूपण करने, एक की जगह दूसरे महिला को खड़ा कर डुप्लीकेट किसान किताब जारी करवाने की कोशिश व भेद खुल जाने पर अतिरिक्त तहसीलदार शिल्पा भगत को धमकाने की एफआईआर दर्ज हुई थीं। उसके खिलाफ सिविल लाइन थाने में भी मारपीट का अपराध दर्ज करवाया गया था ।
फिलहाल पुलिस ने दोनो पक्षो की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है ।