डेस्क खबरबिलासपुर

शिवानी पाण्डेय ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर छत्तीसगढ़ के प्राचीन इतिहास को दी नई पहचान.!
पिता की प्रेरणा से बिटिया ने बढ़ाया राज्य का मान ..।



बिलासपुर डेस्क खबर ./ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर की इतिहास विभाग की पूर्व छात्रा शिवानी पाण्डेय ने एक बार फिर से अपनी विद्वता का परचम लहराया है। एम.ए. इतिहास में यूनिवर्सिटी टॉपर रही शिवानी को महामहिम राज्यपाल द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में पीएचडी स्कॉलर के रूप में विश्वविद्यालय में अध्ययनरत शिवानी ने 18 अक्टूबर 2024 को ग्वालियर स्थित जीवा जी विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय इतिहास कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ के प्राचीन इतिहास पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।

इस कॉन्फ्रेंस में शिवानी पाण्डेय ने भगवान श्री राम के शिवरीनारायण आगमन पर गहन शोध प्रस्तुत करते हुए, इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना के सांस्कृतिक और धार्मिक प्रभावों पर प्रकाश डाला। उनके इस शोध ने छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक महत्व को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया और विद्वानों का ध्यान इस क्षेत्र के गौरवशाली अतीत की ओर आकर्षित किया।

शिवानी इस प्रतिष्ठित कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ से चयनित एकमात्र प्रतिभागी थीं, जो राज्य के लिए गर्व की बात है। उनके शोध ने न केवल छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को उभारा, बल्कि यह दर्शाया कि क्षेत्रीय इतिहास का वैश्विक मंच पर क्या महत्व हो सकता है।

शिवानी पाण्डेय जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, बिलासपुर में कार्यरत कल्याण संयोजक सूबेदार मेजर शिवेन्द्र नारायण पाण्डेय की सुपुत्री हैं। उनके पिता की अनुशासनात्मक भूमिका और मार्गदर्शन शिवानी के जीवन में प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि ने उनके परिवार और पूरे राज्य का मान बढ़ाया है।

शिवानी का यह शोध क्षेत्रीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन में एक महत्वपूर्ण योगदान माना जा रहा है, जो आने वाले शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणादायक साबित होगा।

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