बिलासपुर

खुशखबरी खुशखबरी खुशखबरी…………………….आबकारी विभाग का होली विशेष ऑफर…………………. एक के साथ दो फ्री

बिलासपुर।सरकारी दुकान के पास चल रहे अवैध चखना दुकानों से लाखों रुपये कमाने वाले आबकारी विभाग का एक और चौकाने वाला मामला सामने आया है । बिलासपुर जिले में आबकारी विभाग के संरक्षण में एक लाइसेंस पर तीन -तीन भांग दुकानों का संचालन बीच शहर में डंके की चोट पर किया जा रहा है । अवैध चखना सेंटरों से लेकर अवैध भांग दुकान चलाने के लिए आबकारी विभाग सरकारी नियमो को ठेंगा दिखाते हुए सरकार की फजीहत कराने में कोई कसर छोड़ता नजर नही आ रहा है !
मिली जानकारी के अनुसार नशे के इस कारोबार को पूरी तरह से आबकारी विभाग का संरक्षण मिला हुआ है और ये अवैध दुकानों से विभाग लाखो रु महीना वसूल कर रहा है । वही इन सब मामलों में सहायक आबकारी आयुक्त भी स्पष्ठ जबाब नही देकर इन दुकानों को चलाने के लिए राजस्व वसूली अभियान की अपनी लाचारी बता रही है ।

कच्ची शराब के खिलाफ कार्यवाही कर मीडिया में अपनी फोटो छपवाने के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वाला आबकारी विभाग इन सब मुद्दों पर मीडिया के सवालो पर खामोश नजर आ रहा है । और आबकारी विभाग की यही खामोशी ने पूरे विभाग को सावलो के घेरे में खड़ा कर दिया है ।
दरसल बिलासपुर आबकारी विभाग ने जिले में एक भांग की दुकान की नीलामी की है | नीलेश साहू बकाया आबकार नियमो के तहत 27 खोली चौक में संचालित की जा रही है । लेकिन वही बिलासपुर के पुराना बसस्टेंड और सिटी कोतवाली थाना से चंद दूरी पर अवैध रूप से चल रही भांग दुकानों का कारोबार खूब फल फूल रहा है ।

गाँव के गाँव के घरों तक महुआ की खुश्बू सूंघ कर कच्ची शराब के खिलाफ कार्यवाही करने वाले आबकारी अमले को ये दुकाने नजर नही आ रही है ? या फिर जिस प्रकार अवैध चखना दुकानों पर रहम के लाखों रुपये की वसूली करने वाले इस सरकारी विभाग के पास इन भांग दुकानों से भी अच्छी खासी कमाई हो रही है ये जांच का विषय है?
शराब की कीमतों में उछाल के बाद नशे के लिए युवा वर्ग भाँग, गांजा, इंजेक्शन , नशीली सिरप, नशीली टेबलेट और अन्य सूखे नशे की गिरफ्त में जकड़ता जा रहा है । इन सब नशे में सिर्फ भांग प्रतिबंधित नही है ऐसे में विभाग के सरक्षण में ये अवैध भांग दुकानी बैखोप चल रही है ।

नियमो की माने तो सरकार द्वारा अबाँटित दुकानों में ही भांग की सप्लाई भी आबकारी विभाग ही करता है । ऐसे में बड़ा सवाल उठता है गैरकानूनी रूप से शहर के बीचों बीच चल रहे इन भांग दुकानों में भांग कौन पहुचा रहा है ? क्या और प्रतिबंधित नशीली मादक पदार्थो की तरह अब बिलासपुर में भी भांग की तस्करी होने लगी है ? या फिर आबकारी विभाग ही इस पूरे खेल में लिप्त होकर खुद ही भांग को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए इन दुकानों को पहुचा रहा है ? अब देखना होगा कि पूरा सच सामने आने के बाद कब इन अवैध चखना और भांग दुकानों के खिलाफ कार्यवाही करता है या फिर नियमो को ताक में रखकर इनको खुला सरक्षण देकर अपनी जेब गर्म करता रहेगा ?

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