

बिलासपुर।बिलासपुर में कबाड़ का व्यवसाय दो प्रकार का होता है एक व्यवसाय जो पुलिस की नजर के साथ आम जनता को दिखता है जिस पर पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन कबाड़ के काले कारोबार का दूसरा न दिखने वाला भी साम्राज्य न्यायधानी बिलासपुर में फैला हुआ है । तांबा पीतल एल्मुनियम की चोरी कर लाखो करोड़ो रु चोरी करने वाले इन रसूखदारों बर्तन व्यवसायी के पुलिस के आला अधिकारी से लेकर हवलदार तक इनके गहरे संबंध है । इन इज्जतदार बने कबाड़ियों के खिलाफ सूचना मिलने पर पुलिस के बाद भी अधिकारी इनके खिलाफ कार्यवाही करने के वजाय इनको छापे की सूचना लीक कर सूचना देने वाले को ही किसी मामले में फंसाने के साजिश रचने में इन् कबाड़ियों का साथ देने में कोई गुरेज नही करते है ।और अपने थाना क्षेत्र में इन तांबा पीतल चोरों को संरक्षण देकर मोटी मलाई खा रहे है।

पुलिस विभाग के आला अधिकारियों से अपने आप को बचाने के लिए छोटी मोटी कार्यवाही कर अपने आप को सच्चा पुलिस का सिपाही साबित करने के लिए मीडिया की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर सूचना देने वाले ही ब्लैकमलेकर साबित करने की जुगत में जुट जाते है। एलमुनियम तांबा पीतल और बिजली के तारों का यह अवैध कबाड़ का कारोबार बिलासपुर जिले में खूब फल फूल रहा है सिरगिट्टी थाने से लेकर सिविल लाइन थाने से लेकर सिटी कोतवाली में बड़े-बड़े व्यापारी इस गोरखधंधे में शामिल है।

लगातार बड़े अधिकारियों को सूचना मिलने के बाद भी कुछ अधिकारी ऐसे रसूखदार ऊपर कार्रवाई करने से बचते रहते हैं वही अपने आप को बर्तन व्यापारी बताने वाले कुछ लोग इस काले कारनामे में लिप्त है और शहर की कालोनियों से लेकर कोरबा से लेकर जांजगीर तक इनके दलाल फैले हुए हैं जो एलमुनियम तांबा पीतल जैसे कबाड़ को चोरी करके चोरी का माल खरीदते हैं और बिल के जरिए इस अवैध कबाड़ को वैध बनाकर रेलवे के माध्यम से बड़ी-बड़ी कंपनियों को सप्लाई करते हैं ।वही इन रसूखदार ओ को पुलिस के बड़े अधिकारियों से लेकर थाना प्रभारी से लेकर छोटे हवलदार ओ और कई नेताओं का संरक्षण मिला हुआ है बताया जा रहा है कि इन सब को व्यापारियों का सबसे बड़ा कारोबार सिरगिट्टी थाना इलाके में चल रहा है । डंकाराम पोर्टल में इन अवैध कबाड़ का कारोबार की खबर लगने के बाद एक बार फिर सिरगिट्टी पुलिस ने कबाड़ से भरे दो ट्रक गाड़ी जब्त कर एक बार फिर अधिकारियों को खुश करने में कोई कसर नही छोड़ी है । लेकिन सवाल अभी भी यही है कि सिविल लाइन इलाके के बाद आखिकार तांबा पीतल एलमयूनियंम के बड़े वयापारी की आखिरकार क्यो अपना इलाका बदलना पड़ा सवाल यह भी है क्यो तांबा पीतल के इस धुरन्धर शातिर चोर के मन मे कोई ख़ौप क्यो नही है ।
कल सिटी कोतवाली क्षेत्र में सायबर सेल प्रभारी प्रदीप आर्या ने गुपचप तरीके से ईमानदारी और आने पुलिस का कर्तव्य का पालन करते हुए बर्तन वयापारी विवेक सराफ के यहां योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही कर एक बड़े तांबा पीतल चोर का पर्दाफाश कर भारी मात्रा में बिना बिल का अवैध कबाड़ जब्त किया है । वही मुख्य आरोपी टीपू सराफ मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया ।
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के एक गोदाम में अवैध रूप से एल्युमिनियम, बिजली का तार, कॉपर का परिवहन करने की की जानकारी साइबर प्रभारी प्रदीप आर्या को मिली सूचना मिलने पर सायबर प्रभारी ने तत्काल मामले की जानकारी एसएसपी पारुल माथुर को दी जिसके बाद बर्तन कारोबारी विवेक सराफ के करबला स्थित गोदाम में छापेमारी की गई जहां गोदाम से लगभग 13 टन माल जप्त किया गया है। जिसमे एल्युमिनियम, बिजली लाइन का तार, कॉपर की इंजन के पार्ट्स, लोहे के सामान बरामद किया गया है।
सायबर पुलिस और कोतवाली की टीम ने सामान जप्त कर थाने में रखा है और गोदाम संचालक को पकड़ कर पूछताछ कर उससे दस्तावेज मँगाए गए है। गोदाम का दूसरा संचालक टीपू सराफ मौका देखकर मोबाइल बंद कर वहां से भाग गया पुलिस दस्तावेज देखने के बाद आगे की कार्यवाही करने की बात कह रही है की आखिर माल कहा से और कैसे खरीदा गया? इतनी तादाद में हर रोज माल कहा से आकर कहा सप्लाई हो रहा है अभी तक पुलिस इसका खुलासा करने में नाकाम साबित हुई है ।
अब देखना होगा कि पुलिस के उच्च अधिकारी इन तांबा पीतल और तारो के चोरों को संरक्षण देने वाले अपने ही विभाग के अधिकारियो , कर्मचारियों पर कब और क्या कार्यवाही करते है ? और कब इन तांबा पीतल के सौदागरों पर असली शिकंजा कसती है या फिर कुछ पुलिस की वर्दी पहन कर तांबा पीतल एलमयूनियंम के पालनहर्ता और पार्टनर बन कर इन नामचीन कबाड़ी चोरों की बचाने के लिए इनसे मिलकर कोई साजिश रचकर कोई नही कहानी इज़ाद कर इनका पर्दाफाश करने वालो को ही फंसाने का षड्यंत्र रचती है ? पीतल तांबा के इस अवैध कारोबार की यदि उच्च अधिकारी निष्पक्ष जांच करते है तो यकीन मानिए एक ऐसा काला सच सामने आ सकता है कि वर्दी को खुद शर्मिंदा होना पड़ जायेगा और कुछ खाकीवर्दियों के साथ चल रहे साझेदारी के खेल का पर्दाफाश हो पायेगा।

