छत्तीसगढ़बिलासपुर

जर्जर स्कूल में पढ़ने को मजबूर बच्चे । कभी भी हो सकता है हादसा । कान में तेल डालकर सो रहा प्रशासन ।


बिलासपुर । शिक्षा का मंदिर जहां छात्र अपना भविष्य गढ़ने के लिए पहुंचते हैं,लेकिन बिलासपुर में एक स्कूल ऐसा भी है जहाँ रोज छोटे छोटे बच्चों के जान के साथ खिलवाड़ होता दिख रहा है,और जिम्मेदार गहरी नींद में हैं।
दरअसल नगर निगम जोन 2 के अंतर्गत सिरगिट्टी क्षेत्र के इस जर्जर बदहाल स्कूल भवन में बच्चों को पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। स्थिति ऐसी है कि स्कूल छत का प्लास्टर कभी भी उखड़कर गिर सकता है और अनहोनी का डर सदा बना रहता है। ना सिर्फ प्लास्टर बल्कि दीवारों पर भी भरपूर दरारें स्पष्ट नजर आती है,जो कभी भी खतरे का कारण बन सकता है।दरअसल नगर निगम के वार्ड नं 10 के आवासपारा स्थित प्राथमिक स्कूल में कक्षा पहली से लेकर कक्षा पांचवी तक बच्चे पढ़ते हैं।इस स्कूल में तकरीबन 195 बच्चों का क्लास 4 कमरों में लगता है। क्लास रूम की यहां व्यापक कमी है।जिसके कारण शिक्षकों को एक ही कमरे में दो क्लास एक साथ लेना पड़ रहा है। स्कूल भवन का निर्माण 1996 में हुआ है। पुराना होने के कारण यहाँ भवनों में सिपेज,दरारें अत्यधिक दिखती है,इन कारणों से स्कूल भवन की स्थिति बेहद जर्जर हो चुकी है।इसकी जानकारी क्षेत्र के वार्ड पार्षद पुष्पेन्द्र साहू के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को भी पहले दिया जा चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते ठीक नहीं कराया तो बच्चों के जान को खतरा हो सकता है। हमने बदहाल स्कूल के जर्जर तस्वीरों को सामने रख दिया है,अब देखना है कि अब भी जिम्मेदारों की नींद खुलती है या नहीं।

एस के प्रसाद,डीईओ

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