जेल की सलाखों के पीछे भी रौब झाड़ रहा कथित अफसर, कैदियों को रिहाई का सपना दिखाकर रच रहा नया खेल


गोरखपुर।
सरकारी तंत्र में ऊँचे ओहदे का दिखावा कर लोगों को ठगने वाले कथित अधिकारी की कहानी अब जेल के भीतर भी चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रशासनिक सेवा में होने का झूठा दावा कर करोड़ों के ठेकों का लालच देने वाला आरोपी, सलाखों के पीछे पहुँचने के बाद भी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। जेल सूत्रों के अनुसार, बंदी के रूप में रह रहा यह शख्स अब अन्य कैदियों के बीच प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है।
बताया जा रहा है कि आरोपी खुद को प्रभावशाली संपर्कों वाला व्यक्ति बताता है और यह दावा करता है कि उसे गलतफहमी के चलते हिरासत में लिया गया है। वह लगातार यह भरोसा दिला रहा है कि जल्द ही वह बाहर आ जाएगा और फिर अपने रसूख का इस्तेमाल कर बाकी कैदियों की कानूनी मदद करेगा। इस झूठी तसल्ली से वह जेल में अपनी अलग पहचान बनाने में जुटा है।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी कैदियों से उनके मामलों की जानकारी लेता है, पूछताछ के दौरान गंभीरता दिखाता है और फिर एक नोटबुक में नाम व केस से जुड़े विवरण लिखता है। इस पूरे नाटक के पीछे उसका मकसद खुद को ताकतवर साबित करना बताया जा रहा है। जेल में बंद अन्य कैदी उसे तंज में अलग-अलग उपनामों से बुलाने लगे हैं।
पुलिस की जांच में पहले ही सामने आ चुका है कि आरोपी ने खुद को उच्च प्रशासनिक अधिकारी बताकर कई लोगों से पैसे ऐंठे थे। सरकारी दफ्तरों में काम दिलाने और ठेका पास कराने का झांसा देकर उसने भरोसे का गलत फायदा उठाया। अब जेल प्रशासन भी उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है, ताकि वह किसी और को भ्रमित न कर सके।
यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि धोखेबाज़ किस तरह हर माहौल में अपने फायदे के रास्ते तलाश लेते हैं, चाहे वह आज़ादी हो या कैद।