छत्तीसगढ़बिलासपुर

जिनका था वोट बैंक का था क्षेत्र उन्होने दिया धोखा ..!
.जिन्होंने जिताया नेता बनाया, उनको भगाने की हो रही साजिश.. ?
बेघरों ने खोला मोर्चा की आशियाने की मांग ..!

बिलासपुर।छत्तीसगढ़ प्रदेश के दूसरे सबसे बडे शहर बिलासपुर के नगर निगम क्रमांक 25 के अंतर्गत आने वाले चांदमारी तालाब के आसपास पिछले कई वर्षों से गरीब लोगों ने अपना आशियाना बनाया जिसके लिए सरकार ने उन्हें वहां रहने की अनुमति भी प्रदान की । जिससे क्षेत्र आवाज हुआ लेकिन आज वही लोग बेघर होने की कगार पर पहुंच गए हैं और अपने आशियाने को बचाने के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं.. स्थानीय लोगों ने आज से 15 से 20 साल पहले जिन्हें फर्श से उठाकर अर्श में बैठाया था वहीं लोग आज उन गरीबों को आशियाना छोड़कर दूसरे जगह चले जाने की सलाह दे रहे हैं, जिस तरह एक तालाब को पाटकर मॉल बना दिया गया ठीक उसी तरह बगल में बसे बस्ती को उजाड़ कर नगर निगम अपना उल्लू सीधा करने की चाल चल रहा है.. लेकिन स्थानीय लोग अभी भी संघर्ष कर रहे हैं और अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ने की बात कहते नजर आ रहे हैं भले ही स्थानीय नेताओं ने मुंह छुपाकर मामले से दूरी बना लिया है लेकिन अपने हक की लड़ाई गरीब और मजदूर वर्ग के लोग बखूबी से लड़ते नजर आ रहे हैं.

बीते दिन मिनीमाता बस्ती बचाओ संघर्ष समिती के तरफ से बस्ती के पट्टा धारी जनता को मालिकाना हक देने व पट्टा विहीन जनता हेतु पट्टा दिए जाने सहित तालाब की सफाई, शौचालय की व्यवस्था, बिजली, नाली, आदि समस्याओं पर धरना के साथ साथ पैदल मार्च करके नगर निगम जाकर निगम का घेराव किया गया..

बस्ती के तरफ से नेतृत्व कर रही प्रियंका शुक्ला ने बताया कि.. बीते तीन वर्ष से बस्ती को टूटने से बचाये जाने को लेकर संघर्ष चल रहा है, और सरकार के तरफ से 2020 में मेयर व पार्षद द्वारा लोगो को उनकी जगह से बेदखली नही होगी, मांग को मानते हुए मोहल्ला सभा मे अश्वासन भी दिया गया था, व कांग्रेस के नेतागण सत्ता में आने के पूर्व भी वादा करके आये थे कि बस्ती के लोगो के साथ रहेंगे और घर नही तोड़ने देंगे, और जहाँ जो लोग रह रहे है, उसी जगह पर रहने दिया जाएगा..
बाईट प्रियंका शुक्ला

आज जब कांग्रेस सरकार में है, तो वादे से मुकरते दिख रही है.. बस्ती के नेता संतोष बंजारे में बोला कि हमे जहाँ है, वही रहने दिया जाए, हमे मकान बनाने का पैसा दे दिया जाए, हम अपना मकान बना लेंगे, या फिर हमको मालिकाना हक दे दिया जाए, हम अपना मकान खुद बना लेंगे.. बस्ती की निवासी ने बताया कि सरकार यदि पट्टा वितरण कर रही है, या 10 रुपये स्क्वेर फिट की दर से जमीन देने की बात भी कहतेदिख रही है, तो हमे वही ज़मीन पर रहने दे, हमे कही और नही जाना, बल्कि जहाँ रह रहे है, उसी जगह के आस पास रोजी मजदूरी भी निर्भर है हमारी, हमे कही और विस्थापित होकर नही जाना। बस्ती के लोगो ने तालाब सफाई, शौचालय की व्यवस्था, बस्ती की साफ सफाई की मांग भी की है..

नगर निगम के वार्ड 25 के बस्ती के लोगो ने महापौर को ज्ञापन देने की बात बोली, लेकिन महापौर की अनुपस्थिति में एक्सक्यूटिव इंजीनियर बरुआ आये, जिस पर जनता ने उन्हें ज्ञापन सौपने से मना कर दिया, और जिम्मेदार पदाधिकारी या महापौर को ही ज्ञापन देने की बात पर अड़े रहे, जिस पर प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी संवाद करने व ज्ञापन लेने आये,

जिस पर लोगो के तरफ लखन सुबोध, संतोष बंजारे, प्रियंका शुक्ला ने बस्ती की तरफ से बात रखी, प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी द्वारा मौखिक तौर पर मामले को संज्ञान में लेकर न्याय होगा की बात कही, जिस पर बस्ती के तरफ से समिति के लोगो ने ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दिया गया कि आगामी दो दिन में उचित न्यायसंगत बातचीत हो, अन्यथा बस्ती के तरफ से मोहल्ला समिति के लोगो द्वारा धरना दिया जाएगा, और जब तक न्याय नही होता, आंदोलन आगे बढ़ाया जाएगा..

बस्ती को लोगों को समर्थन देने पहुँचे GSS के संयोजक लखन सुबोध, सामाजिक कार्यकर्तागण अरविंद पांडे,प्रमोद पटेल, संतोष यादव, ने जनता को संबोधित किया, व अपना समर्थन दिया.. प्रदर्शन में अमीरन,सुदंरी, रुखसार, संतोषी, संतोष यादव, राकेश लोनिया, हीरो सोनवानी, जितेन्द्र कुम्भकार,अरविंद पांडे, प्रमोद पटेल, संतोष यादव, गुलाम गौश,विवेक यादव, सोनू जायसवाल, दिनेश अनंत,ज़ाकिर अली , रेशम सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे.. आंदोलन का नेतृत्व प्रियंका शुक्ला, संतोष बंजारे, अमीरन, सुंदरी, रुखसार ने किया..

error: Content is protected !!