डेस्क खबरबिलासपुर

VIDEO –बिलासपुर कलेक्टर का बड़ा आदेश, प्रेस क्लब के निर्वहन अधिकारी बदले, सहायक पंजीयक को मिली चुनाव कराने की जिम्मेदारी ! प्रेस क्लब कार्यकारणी हो चुकी है भंग ! पत्रकारों में हर्ष .!



डेस्क खबर बिलासपुर./ बिलासपुर जिले में पत्रकारों की संस्था बिलासपुर प्रेस क्लब के प्रबंधन और संचालन को लेकर कलेक्टर कार्यालय की ओर से मंगलवार को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया है। रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटीज, छत्तीसगढ़, नया रायपुर के निर्देश पर कलेक्टर बिलासपुर ने प्रेस क्लब के निर्वहन कार्यों की पूरी जिम्मेदारी नए अधिकारी को सौंप दी है। यह कदम संस्था के प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

आदेश के अनुसार, प्रेस क्लब के निर्वहन कार्याधिकारी के रूप में पहले से नामित प्रशासनिक/राजस्व अधिकारी की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है। उनकी जगह अब सहायक पंजीयक, फर्म्स एवं संस्थाएं, बिलासपुर को नया निर्वहन अधिकारी नियुक्त किया गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि यह आदेश छत्तीसगढ़ सोसायटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम, 1973 की धारा 33(1) के तहत जारी किया गया है और तत्काल प्रभाव से लागू होगा।



नया आदेश रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटीज, आयुक्त बिलासपुर संभाग, सहायक पंजीयक बिलासपुर और बिलासपुर प्रेस क्लब को प्रेषित किया गया है। इसके साथ ही प्रेस क्लब के प्रशासनिक संचालन में बड़ा बदलाव तय माना जा रहा है। अब संस्था से संबंधित सभी कार्य और आगामी चुनाव प्रक्रिया सहायक पंजीयक की सीधी देखरेख में संपन्न कराई जाएगी।

गौरतलब है कि 19 सितंबर को प्रेस क्लब का चुनाव सम्पन्न कराया गया था, लेकिन चुनाव अधिकारी महेश तिवारी के कार्यों पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे। उन पर चुनाव प्रक्रिया के दौरान नियमानुसार कार्रवाई न करने और गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप लगे थे। लगातार नोटिस देने के बावजूद उन्होंने न तो कोई जवाब प्रस्तुत किया और न ही आवश्यक दस्तावेज जमा कराए। शिकायतों और अनियमितताओं के मद्देनज़र रजिस्ट्रार ने चुनाव को अवैध घोषित करते हुए कार्यकारिणी को भंग कर दिया था।

कलेक्टर के इस नए आदेश के बाद प्रेस क्लब के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अब संस्थान की सभी गतिविधियाँ नए निर्वहन अधिकारी—सहायक पंजीयक—की देखरेख में आगे बढ़ेंगी। वही इस आदेश के बाद से बिलासपुर प्रेस क्लब के सदस्यों के हर्ष और खुशी है । तो  प्रेस क्लब के बने नए सदस्यों में असंमजस की स्थिति बनी हुई जिसका जवाब न तो तत्कालीन अध्यक्ष  के पास है और न अवैध घोषित चुनाव में भंग हुई कार्यकारणी के अध्यक्ष के पास .??

error: Content is protected !!