

डेस्क खबर बिलासपुर — छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अडानी विरोधी नारों को लेकर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने कांग्रेस नेताओं पर “खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे” जैसी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी को छत्तीसगढ़ बुलाने से लेकर कोल ब्लॉक आवंटन तक की पूरी प्रक्रिया में खुद कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार की भूमिका रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की जांच तेज हुई, गिरफ्तारियां हुईं, तब कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद विधानसभा में आरोप लगाने लगे कि उन्हें अडानी के खिलाफ आवाज उठाने पर निशाना बनाया जा रहा है।
मनीष अग्रवाल ने कहा कि 2010 में मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार ने हरदेव अरण्य क्षेत्र को “गो जोन” में लाकर खनन की राह खोली। 2011 में तारा परसा ईस्ट और कांटे-बेसन कोल ब्लॉक खोलने का प्रस्ताव भी कांग्रेस सरकार में ही आया। 2019 से 2023 तक भूपेश सरकार ने अडानी को गारे-पेल्मा सेक्टर 2 सहित कई परियोजनाओं के लिए पर्यावरण स्वीकृति की सिफारिश केंद्र को भेजी। अब जब बीजेपी सरकार कार्रवाई कर रही है, तो कांग्रेस “अडानी भगाओ, छत्तीसगढ़ बचाओ” के नारे लगा रही है। आखिर जब खुद कांग्रेस सरकार ने अडानी को बुलाया, तब ये विरोध क्यों नहीं हुआ? पूछता है छत्तीसगढ़!