

अजय राय की कलम से
डेस्क खबर ../ कोरबा जिले के पाली नगर पंचायत क्षेत्र में शनिवार को एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया, जब ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री अरुण साव, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, कलेक्टर अजीत वसंत और एसपी सिद्धार्थ तिवारी के गाड़ियों के काफिले को बीच रास्ते में रोक दिया। यह काफिला पाली के मंगल भवन में आयोजित भूमि पूजन और रोड उत्सव कार्यक्रम से लौट रहा था। तभी आक्रोशित ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को लेकर गाड़ियों को रोक दिया ।
स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। नाराज ग्रामीणों और दुकानदारों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में थोड़ी सी बारिश के बाद ही दुकानों, गलियों और घरों में जलभराव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। यह समस्या वर्षों से बनी हुई है, लेकिन न जनप्रतिनिधियों ने कोई संज्ञान लिया और न ही जिला प्रशासन ने स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया।
ग्रामीणों ने बताया कि जलभराव के कारण घरों के अंदर पानी घुस रहा है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मजबूरी में उन्होंने काफिले को रोक कर अपनी पीड़ा व्यक्त की। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर मौजूद कलेक्टर अजीत वसंत और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें शांत किया। अधिकारियों द्वारा समस्या के समाधान का भरोसा दिलाए जाने के बाद ही काफिले को आगे बढ़ने दिया गया। यह घटना न केवल प्रजनहित के मुद्दे पर शासन और अफसरों की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जनता अब अपनी समस्याओं को लेकर चुप बैठने के बजाय जवाब मांगने के लिए सड़क पर उतर रही है।

