मोदी सरकार की नल-जल योजना फेल ,पानी की बर्बादी और लापरवाही का खामियाज़ा भुगत रहे ग्रामीण.. करोडो रु की पानी टंकी का नही मिल रहा जनता को लाभ..

डेस्क खबर…/ मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी “हर घर नल-जल” योजना का एक बड़ा उदाहरण मुंगेली जिले के ग्राम पंचायत धनगाव (च) में देखने को मिल रहा है, जहां यह योजना पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। एक करोड़ रुपये से अधिक की लागत और 77 दिन के लंबे इंतजार के बाद बनी पानी की टंकी आज लापरवाही की भेंट चढ़ चुकी है।

यहां न तो नल कनेक्शनों का कोई ठोस हिसाब है और न ही जल आपूर्ति की कोई नियमित व्यवस्था। हालात ऐसे हैं कि ग्रामीण मनमाने ढंग से पानी का उपयोग कर रहे हैं। पीने योग्य पानी रातभर बहता रहता है, जिससे हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है।

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सुस्त रवैये और आपसी मिलीभगत के कारण न केवल कीमती पानी बर्बाद हो रहा है, बल्कि आम जनता के टैक्स के पैसे का भी दुरुपयोग हो रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस योजना का उद्देश्य गांव-गांव शुद्ध जल पहुंचाना था, वही योजना आज जल संकट का कारण बन रही है।

ग्राम पंचायत में जल स्तर पहले से ही गिरा हुआ है, ऐसे में पानी की यह बर्बादी भविष्य के लिए खतरे की घंटी है। हैरानी की बात यह है कि लाखों की इस परियोजना की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

हाल ही में ग्रामीणों ने इस गंभीर स्थिति की शिकायत जिला कलेक्टर से की है। अब देखना यह है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस पर क्या कार्रवाई करते हैं या फिर यह योजना भी कागजों तक ही सीमित रह जाएगी।
क्या आपके क्षेत्र में भी ऐसी योजनाएं सिर्फ नाम की बनकर रह गई हैं? तो बताइये हमे हम करेगे उजागर..

