
डेस्क खबर बिलासपुर: / जिले की धार्मिक नगरी रतनपुर तहसील के ग्राम पचरा में पदस्थ रिश्वतखोर पटवारी अनिकेत साव का सनसनी खेज आडियो सामने आने से खलबली मच गई है। रिश्वतकांड के वीडियो से चर्चित हुए पटवारी ने पत्रकार को बदनाम करने के लिए फरियादी को लालच भरा आफर देते हुए पूरी साजिश रची थी। रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद निलंबित कर दिया गया था। इसी बीच एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें पत्रकार को बदनाम करने पर पैसे मांगने का आरोप लगाया गया था। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिसकी शिकायत राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों से भी की गई है।
ग्राम पचरा निवासी मिथलेस दास मानिकपुरी ने कोटा एसडीएम के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि वायरल ऑडियो पटवारी के इशारे पर बनाया गया था। मिथलेस दास ने बताया कि उनकी पुश्तैनी जमीन के सीमांकन के बदले पटवारी ने 30 हजार रुपये की मांग की थी। उन्होंने 10 हजार रुपये एडवांस दिए थे, जबकि बाकी पैसे बाद में देने की बात हुई थी।
मिथलेस दास ने आरोप लगाया कि 2 मार्च को पटवारी ने उनसे कहा कि पत्रकार ने उनकी गलत गिरदावरी की खबर छापी है, जिसके कारण जांच टीम आने वाली है। पटवारी ने मिथलेस को लालच देते हुए कहा कि यदि वे पत्रकार पर पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए ऑडियो रिकॉर्ड कर देंगे तो उनका जमीन का काम मुफ्त में कर दिया जाएगा और दिया हुआ पैसा भी लौटा दिया जाएगा। पटवारी ने कथित तौर पर इस ऑडियो को वायरल कर दिया, जिससे मिथलेस दास परेशान हो गए।
इसके बाद 4 मार्च को पटवारी ने मिथलेस पर दबाव डाला कि वे पत्रकार इमरान को रिश्वत देते हुए वीडियो बनाएं ताकि पत्रकार को बदनाम किया जा सके। लेकिन मिथलेस दास ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और एसडीएम को पूरे मामले की जानकारी देते हुए ऑडियो साजिश का खुलासा किया। शिकायत के साथ मिथलेस ने पटवारी द्वारा भेजे गए लालच भरे मैसेज के स्क्रीनशॉट भी संलग्न किए हैं। अब देखना होगा की अपने आप को रिश्वत खोरी से मामले से बचाने वाले पटवारी द्वारा रची गई साजिश के मामले को जिले मे बैठे उच्च अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते हुए क्या कार्यवाही करते है।




