बिलासपुर

चर्चित पटवारी संकट में ! राजस्व मंत्री ने लिखा  कलेक्टर को पत्र ।
राजस्व विभाग में मचा हड़कंप ।  सरकारी जमीन के खेल का होगा पर्दाफाश .?

बिलासपुर डेस्क खबर / बिलासपुर जिले के चर्चित पटवारी कौशल यादव के ऊपर संकट के बादल मंडराने लगे है ।अपनी ऊची पहुंच और रसूख के दम पर सरकारी जमीन को अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बेचने की शिकायत के बाद राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने बिलासपुर कलेक्टर को पत्र लिखकर शिकायत की है ।
राजस्व मंत्री की शिकायत के बाद कलेक्टर ने चर्चित पटवारी कौशल यादव के खिलाफ  उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है । जो पूरे मामले की जांच कर सरकारी खेल के खेल का पर्दाफाश करेगी।

मामले में चर्चित पटवारी ने तत्कालीन तहसीलदार को भी गुमराह करते हुए गलत तरीके से डायवर्शन शाखा के अधिकारी से मिलीभगत कर सरकारी जमीन नामतरण भी करवा दिया । जबकि निस्तार पत्र में यह भूमि कोटवार भूमि के रूप में दर्ज थी । शिकायत पत्र भी हमारी टीम को मिला है और कौशल यादव ने तहसीलदार को जो प्रतिवेदन दिया था वही भी हमारी टीम के हाथ लगा है ।
कौशल यादव के खिलाफ पुख्ता दस्तावेज और  भी कई मामलो के डंकाराम वेब पोर्टल के पास साक्ष्य  मौजूद है जिसका खुलासा आगामी अंकों में पुख्ता दस्तावेजों के साथ किया जाएगा ।

कौशल यादव द्वारा लिखा गया प्रतिवेदन और पटवारी के खिलाफ की गई शिकायत

ग्राम बिजौर प.ह.न. 30 तहसील व  बिलासपुर स्थित ख.न. 396/1 रकबा 0.36 एकड़, ख.न. 396/2 व 396/3 कुल रकबा 0.62 एकड़, 398/1 में से रकबा 0.80 एकड़ एवं पुनः रकबा 0.80 एकड़ भूमियों के नामांतरण हेतु नामांतरण प्रतिवेदन तत्कालीन हल्का पटवारी श्री कौशल यादव द्वारा प्रस्तुत किया गया।

उक्त भूमि के संदर्भ में ग्राम बिजौर के निस्तार पत्रक का अवलोकन करने पर यह पाया गया कि ख.न. 396 रकबा 0.98 एवं ख.न. 398 रकबा 2.60 एकड़ भूमि निस्तार पत्रक में कोटवारी भूमि के रूप में दर्ज है।

उपरोक्त भूमियों का परीक्षण करने पर यह पाया गया कि ख.न. 396/1. 396/2, 396/3, 398/1 रकबा 0.36, 0.25, 0.37, 1.59 एकड़ भूमि के विकय हेतु राजस्व अभिलेखों में डिजिटल सिग्नेचर तत्कालीन हल्का पटवारी श्री कौशल यादव द्वारा दिनांक 25. 03.2022 एवं 26.03.2022 को जारी किया गया था। किंतु कौशल यादव के द्वारा स्वयं दिनांक 08.03.2022 को तहसीलदार बिलासपुर को कोटवारी भूमि के संदर्भ में प्रेषित अपने प्रतिवेदन में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि ख.न. 396, 398 रकबा 0.99, 2.60 एकड़ निस्तार पत्रक वाजिब उल अर्ज अभिलेखों में कोटवारी भूमि के रूप में दर्ज है।

इस प्रकार तत्कालीन हल्का पटवारी कौशल यादव द्वारा स्पष्ट रूप से यह जानते हुए कि ख.न. 396, 398 कोटवारी भूमि है उक्त भूमियों के विक्रय हेतु डिजिटल सिग्नेचर जारी किया गया। दिनांक 25.03.2022 एवं 26.03.2022 को डिजिटल सिग्नेचर जारी होने के तत्काल पश्चात दिनांक 26.03.2022 को उक्त भूमियों का पंजीकृत विकय पत्र के माध्यम से विक्रय हो जाना शासकीय भूमि / सेवा भूमि के कय विकय में हल्का पटवारी कौशल यादव की संलिप्तता को प्रमाणित करता है।
दिनांक 27.05.2022 को कोटवारी भूमि ख.न. 396/1, 396/2, 396/3, 398/1 रकबा 0.36, 0.25, 0.37, 1.59 एकड़ भूमि के नामांतरण हेतु प्रस्तुत अपने ऑनलाईन प्रतिवेदन में श्री कौशल यादव द्वारा पीठासीन अधिकारी के समक्ष इस तथ्य को छुपा दिया गया वि प्रश्नाधीन भूमियां कोटवारी सेवा भूमि है।

आगामी अंको में पटवारी कौशल यादव के चौकाने वाले खुलासे

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