बिलासपुर डेस्क खबर ../ रात के दो बजे रतनपुर पुलिस ने दिल्ली की ओर से आ रही संदिग्ध कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार चालक ने पुलिस के चेकिंग पॉइंट पर एक के बाद एक स्टॉपर उड़ा दिए और पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की। बाद में कार चालक बिलासपुर की ओर भागा, जिसे कोनी पुलिस ने कार के सामने ट्रक अड़ाकर रोका। कार में तीन विदेशी नागरिक मिले, जिनमें अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान के लोग शामिल थे। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनकी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है।
रतनपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध लोग बेलगहना की ओर से रतनपुर की ओर आ रहे हैं। इस पर पुलिस ने बेलगहना और शनिचरी बाजार में चेकिंग पॉइंट लगाया। रात करीब 2 बजे एक होंडा सिटी कार (DL 9CU 4208) ने पुलिस का संकेत नजरअंदाज कर दिया और तेज रफ्तार में भागने की कोशिश की। शनिचरी पॉइंट पर भी कार चालक ने पुलिस स्टॉपर उड़ा दिए और भाग निकला, जिससे पुलिसकर्मियों की जान खतरे में पड़ गई।
कार का पीछा करते हुए रतनपुर पुलिस ने कोनी पुलिस को सूचना दी और अंततः कार को कोनी में रोका गया। कार में तीन व्यक्ति सवार थे— अफगानिस्तान के वलसुद्दीन कमलजादा, फयाजुद्दीन, और उज्बेकिस्तान की समंदरोवा नाजीरा। इन तीनों ने बताया कि वे दिल्ली में 11 साल से वर्किंग वीजा पर रह रहे हैं और बिलासपुर के स्वदेशी मेला में ड्राई फ्रूट का कारोबार करने जा रहे थे। हालांकि, पुलिस की तलाशी में कोई संदिग्ध सामग्री तो नहीं मिली, लेकिन इनकी गतिविधियां काफी संदिग्ध लगीं।
पुलिस का मानना है कि इन विदेशी नागरिकों का उद्देश्य केवल ड्राई फ्रूट का कारोबार नहीं हो सकता, क्योंकि पुलिस से भागने और स्टॉपर को उड़ाने जैसी हरकतें सामान्य नहीं हैं। इनकी कार से कुछ दवाएं और एनर्जी ड्रिंक मिले हैं, लेकिन फिर भी पुलिस ने इस मामले की गहरी जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इनके खिलाफ जान से मारने का प्रयास करने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है।
यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि विदेशी नागरिकों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी की जरूरत है, खासकर जब वे संदिग्ध तरीके से पुलिस चेकिंग को नकारते हैं और भागने की कोशिश करते हैं।