रायपुर

बृजमोहन अग्रवाल को विधानसभा में क्यों देखना चाहते है भूपेश बघेल .?
बिलासपुर,मुंगेली SP सहित कई जिलों के पुलिस कप्तानों पर लगाए गंभीर आरोप  .!
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने बताई अपने मन की बात ..!




डेस्क खबर रायपुर  ..बलौदा बाजार में हुई हिंसा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मीडिया से रूबरू होते हुए  पूरी कहानी बताई और अपने मन की बाते की ..भूपेश बघेल ने तीखा कटाक्ष करते हुए रायपुर सासंद बृजमोहन के बहाने बीजेपी के सीनियर नेताओं को निशाने में लिया और कहा कि वे भी चाहते है कि बृजमोहन विधानसभा में ही रहे .लेकिन बीजेपी अपने सीनियर नेताओं को किनारे लगाने का काम कर रही है ..



वही पूर्व मुख्यमंत्री ने बलौदा बाजार में हुई आगजनी घटना के लिए बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ लगाए आरोप पर चेलेंज करते हुए सबूत दिखाने को कहा ..इतना ही नहीं भूपेश ने इस पूरे मामले में बिलासपुर ,मुंगेली सहित कई जिलों के पुलिस कप्तानों को कटघरे में खड़े करते हुए जिलों में पुलिस के सूचना तंत्र और खुफिया विभाग को पूरी तरह फेल बताते हुए पूरी साजिश में सरकार की मिलीभगत होने का गंभीर आरोप भी लगाया ..



इस दौरान भूपेश बघेल बलौदा बाजार में हुई घटना छत्तीसगढ़ी नहीं बल्कि पूरे प्रदेश पर कलंक लगाने वाली घटना है यह  कैसा मामला है जिसमें पूरे कलेक्टर और एसपी परिसर को एक समाज के द्वारा आग लगा दिया गया इस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरी कहानी को बताते हुए कहा है कि
यह घटना गिरौदपुरी में 15, 16 तारीख की है । वहां सतनामी समाज के जैतखाम को छती पहुंचाई है ,उसके बाद समाज के लोगों ने शिकायत की, पुलिस ने कार्यवाही करते हुए वहां भारतीय जनता पार्टी के  ठेकेदार हैं उसके जो मजदूरों को पकड़ लिया और उसे गिरफ्तार भी किया और उन्हें जमानत में छोड़ भी दिया ।लेकिन समाज के लोगों इस कार्यवाही से संतुष्ट नहीं थे, उन्होंने फिर ज्ञापन दिया ,बात चलती रहीm इस बीच शासन प्रशासन के लोगों ने कोई बात नहीं की समाज के लोगों से, इस आयोजन में केवल सनम जांगड़े का सभी मीडिया में फोटो छपा है ।और उस आयोजन में 15000 लोगों के भोजन, की व्यवस्था उसके साथ में टेंट भी लगा ,चार दिन से तैयारी भी चल रही थी और यह सब भाजपा के द्वारा किया गया, यह सारी बातें प्रशासन को ना मालूम हो यह हो नहीं सकता ।भारतीय जनता पार्टी के नेता खुद इसमें शामिल है और यही कारण है सभी लोग कि 10:00 बजे से आ गए  थे, महाराष्ट्र के भी दो, ढाई सौ लोग आए थे, उसके बाद 10:00 बजे से 5000 लोग इकट्ठा हो गए थे और बेरीकेटिंग की कोई व्यवस्था नहीं थी ,रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया , ना कोई लाठी चार्ज में कोई अश्रु गैस छोड़ा गया है न हीं वाटर कैनन का उपयोग किया गया, और लगातार आग लगाते हुए कलेक्टर परिसर तक पहुंच गए ।तब तक कोई रोक नहीं गया है इसका यह मतलब है कि यह सब राज्य सरकार के द्वारा किया गया है। और यह देश के इतिहास में पहली बार होगा कि जिलाधीश के कार्यालय, एसपी कार्यालय आबकारी ,तहसील कार्यालय आग लगा दिया गया है।भूपेश बघेल ने विष्णु देव साय सरकार पर समाज को अलग करने का सीधा-सीधा आरोप लगाया है और उन्होंने विष्णु देव साय को अपने पद से इस्तीफा देने को भी कहा है।

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