सावधान!!!! इस मेले में जाना जरा संभलकर…कहीं ये मेला आपको धर्म पुण्य लाभ की जगह गंभीर बीमारी न दे दे…?मेला आयोजन स्थल में पसरी है गंदगी…. और फैली है बदबू…!!!सैकड़ों सालों की परंपरा पर घुन लगाने तुले है आयोजन समिति के लोग…क्या है??? पूरा मामला??? पढ़े.. खबर
बिलासपुर …धर्मनगरी कहलाने वाली नगरी रतनपुर में माघ पूर्णिमा के मेले का आयोजन किया जा रहा है… पुरातन और प्राचीन परम्पराओं के बीच रचा बसा माघ पूर्णिमा का मेला वर्षो से आयोजित किया जा रहा है … लेकिन इस बार जिस जगह पर इस मेले का आयोजन किया जा रहा है… वह जगह गंदगी और कचरे के से पटी हुई है…. जाहिर है ऐसी जगह पर मेले में पहुंचने वाले लोग नाक पर रूमाल रखकर मेले में आयेंगे… बात यही तक खत्म नहीं होती… मेले से लौटते समय लोग खतरनाक बीमारी का संक्रमण लेकर लौटेंगे… ऐसे में सवाल ये उठता है कि इसका जिम्मेदार कौन होगा..???
कचरे से पटे मैदान में पसरी गन्दगी और मेले के आयोजन की तस्वीरे इस बात की गवाही दे रही है की मेला स्थल पर किस तरह की अव्यवस्था है…. जानकारी के मुताबिक मेले के आयोजन के लिए राज्य शासन से लाखो रु फंड आबंटित किया जाता है ..और आयोजन समिति को लाखो रुपए मेले को संपन्न कराने के लिए मिले है… बावजूद इसके मेला आयोजन समिति आम लोगो से जुड़े इस आयोजन को लेकर गंभीर लापरवाही बरतने के साथ ही…लोगो के स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी करने से बाज नहीं आ रहे है…. स्थानीय प्रशासन हो या फिर नगर पालिका सभी ने इस तरह के आयोजन पर अपनी आंखे बंद कर ली है….
*परंपरा को क्यों प्रदूषित कर रहे है चंद स्वार्थी लोग…*
जाहिर है मेले का इतिहास काफी समृद्धशाली और वैभव शाली रहा है…. ऐसे लापरवाही के बीच आयोजित होने जा रहे मेला आयोजन समिति मेले पर ग्रहण लगाने का काम कर रही है… समय रहते इस तरह की लापरवाही और लापरवाही करने वालो के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया तो आने वाले समय में ये मेला किस्से और कहानियों की जगह ले लेगा….अब देखना होगा कि स्थल में पसरी गन्दगी के लिए किसको कसूरवार बताया जाता है खर्च की राशि का हिसाब लिया जाता है ।