बिलासपुर

अपनो के कारण गंभीर आरोप में घिर गई खाकी..?
चावल चोरी के मामले में हुआ बड़ा खुलासा ..
आरोप के पीछे का काला सच आया सामने ..!
Exclusive तस्वीर बयां कर रही है हकीकत..



बिलासपुर ..आज तक आपने चोर उल्टा कोतवाल को डांटे वाली कहावत कई बार सुनी होगी ..पर प्रदेश की न्यायधानी  बिलासपुर में इस कहावत को चरितार्थ करते हुए चावल चोरों ने बिलासपुर की सिरगिट्टी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए रेंज के आई जी और एसपी से लिखित शिकायत की है  ..जिसके बाद से खाकी सवालों के घेरे में है .?  प्रार्थी रामू साहू ने नामजद पुलिसकर्मियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए खाकी से जान का खतरा जैसा गंभीर आरोप लगाया है ..पर इस मामले में बिहार के चावला व्यापारी ने हमे ऐसी तस्वीरें और दस्तावेज उपलब्ध करवाए है जिसके बाद जांच के पश्चात एक बड़े चावल अंतराजीय चोर गिरोह का खुलासा हो सकता है …

दरअसल बिलासपुर के सिरगिट्टी थाने में बिहार के रहने वाले व्यापारी अंकुर सिंह ने शिकायत में बताया था कि उसका 130 क्विंटल चावल बिलासपुर के ट्रक मालिको ने हेराफारी कर खपा दिया है ..जिसकी जांच में जुटी पुलिस ने जब मामले की तहकीकात शुरू की तो पुलिस को इस मामले में ऐसे तथ्य हाथ लगे जो एक बड़े अंतराजीय चावल गिरोह से जुड़े हुए थे …पुलिस इस गिरोह का पर्दाफाश कर पाती उससे पहले ही तिफरा निवासी प्रार्थी रामू साहू ने पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिसकर्मियों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया ..
जबकि बिहार के शेखपुरा से ट्रक नंबर cg 04 n n 4832 और cg 10 bm ..8227 द्वारा 130 किवंटल चावल छत्तीसगढ़ भेजा गया था लेकिन घुरू रोड निवासी घनश्याम सिंह राजपूत द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर लाखों रु का चावल का गबन कर उसे बिक्री कर दिया है ..जिसके तमाम पुख्ता सबूत उसके मौजूद भी है ..


CG 10 BM ..8227  नंबर की फर्जी नंबर प्लेट लगा कर चावल चोरों ने हेराफेरी की जबकि इसी नंबर की ट्रक को एक्सीडेंट के मामले में कोटा न्यायलय ने १३ दिसंबर को मालिक राम कृपाल कुशवाहा को सुपुर्द करने आदेश जारी किए थे..

कोर्ट द्वारा जारी आदेश …


वही पूरे मामले में अंकुर सिंह ने फर्जी नम्बर से चल रही ट्रक की वर्तमान स्थिति की फोटो और इस फर्जी नंबर प्लेट के साथ ड्राइवर के साथ खींची गई फोटो भी उपलब्ध करवाई है इतना ही नहीं बिहार के चावल व्यापारी के पास तमाम कांटा पर्ची और तमाम सबूत भी दस्तावेजी मौजूद हैं

क्या चावल गिरोह है छत्तीसगढ़ में सक्रिय .?

मामले में प्राप्त दस्तावेज साफ-साफ इंगित कर रहे हैं की बिहार के चावल व्यापारी के साथ कूट रचना कर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर आरोपियों द्वारा लाखों रुपए का चावल का गबन किया गया है… आरोपों में और दस्तावेजों में कितना सच है यह तो पुलिस जांच के बाद ही पता चल पाएगा.?   लेकिन यदि बिहार निवासी अंकुर सिंह  के आरोप और दस्तावेज सही हैं तो चावल के  गोरखधंधे का एक बड़ा गिरोह छत्तीसगढ़ में सक्रिय है..

अंकुर सिंह के अनुसार इस मामले में उसके पास शिकायत पत्र में नामजद आरोपियों के खिलाफ पूरे पुख्ता सबूत होने के साथ मोबाइल में बातचीत की रिकार्डिंग भी है जिसमे पूरे मामले का सच सामने आ जाएगा लेकिन पुलिस आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध नहीं कर रही है .



अब देखना होगा कि चावल के इस मामले में पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी कितनी गंभीरता दिखाते है और कब इस मामले का सच सामने ला पाते है क्योंकि आरोप खाकी पर भी लगा है .?
लेकिन इस मामले के बाद कई सवाल भी है की cg 10 bm ..8227 नंबर की गाड़ी चलने की हालत के नही है तो इस नंबर की फर्जी प्लेट किसने लगाई .?
cg 10 bm ..8227 की गाड़ी का ड्राइवर कौन है ? और उसकी इस मामले में क्या भूमिका है .?
और सबसे बड़ा सवाल  यह है कि आखिर लाखो रू का चावल गया कहा .?


मामले में आरक्षकों की क्या भूमिका ?

जहा एक तरफ सिरगिट्टी थाने में तैनाती के बाद कार लेने की चर्चा है .  तो वहीं दूसरी तरफ खाकी को बदनाम करने में कुछ दिनो पहले लाइन अटैच हुए एक आरक्षक की  संदिग्ध भूमिका की भी कानाफूसी हों रहीं है ।  सूत्र तो यह तक बताते है की रामू साहू के नाम से किसी फर्जी व्यक्ति ने खाकी को बदनाम करने और चावल चोर को बचाने लिए उच्च अधिकारियों से शिकायत की है ..
फिलहाल इन दावों में कितना सच है यह तो प्राथी रामू से पूछताछ के बाद ही पता चल पाएगा .?
लेकिन अंकुर सिंह का कहना है कि यदि पुलिस इस मामले में बिना किसी दवाब के निष्पक्ष आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर मोबाइल रिकार्ड खंगाले तो एक बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है और इनका काला सच सामने आ सकता है ..देखना होगा कि आखिर इस मामले का सच क्या है और असली आरोपी कब तक पुलिस की गिरफ्त में होते है ..

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