छत्तीसगढ़बिलासपुर

संतों के रूप में आकर भागवत हमें सत्कर्म का मार्ग दिखाते हैं : सलिल जी महाराज

बिलासपुर। हमारे सभी ग्रंथ पुराण एवं वेद यही बताते हैं कि हम सभी को उपासना करनी चाहिए हमारे जो इष्ट हैं उनकी हम उपासना पूजा पाठ ध्यान करते हैं यह सभी साधन उनके अंग हैं। उपासना का सीधा अर्थ है आगे बढ़ाना हर परिस्थिति में आगे बढ़ाना।
वासना से उपासना की ओर आगे जाना”
उक्त उपदेश श्रीधाम वृंदावन से पधारे पूज्य डॉक्टर संजय कृष्ण “सलिल”जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस भक्तों समक्ष प्रवचन स्वरूप कहे।

महाराज ने आगे बताया कि जब साधक सत्कर्म की ओर अग्रसर होता है तो अनेक विघ्न आते हैं जो हमें विचलित करते हैं ऐसे समय में हमारे प्रभु हमारी सहायता के लिए संत गुरु के रूप में आकर हमें स्थिति से जूझने का मार्ग दिखाते हैं और हमें धकेल कर ठाकुर के चरणों तक पहुंचा देते हैं। आज की कथा में महाभारत के भीष्म कथा का मार्मिक वर्णन हुआ सुनने वाले सभी भक्त भाव विभोर होकर अश्रुधारा से ओत-प्रोत हो गए।

बिलासपुर के साराफ़ परिवार के द्वारा आयोजित भागवत सप्ताह में शहरभर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। यह आयोजन बिलासपुर स्थित खाटू श्याम मंदिर में हो रहा है। 8 जनवरी से 14 जनवरी तक चलने वाले इस पावन भागवत कथा का आज तीसरा दिन था। प्रतिदिन दोपहर 3:00 से संध्या 6:00 बजे तक वृंदावन से पधारे परम पूज्य डॉक्टर श्री संजय सलिल महाराज जी कथा वाचन करते हैं।

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