बिलासपुर

रामा बिल्डकॉन का कारनामा ! तालाब की जमीन पर बना बिलासपुर का मैग्नेटो मॉल ..?
जिम्मेदार अधिकारी क्या लेंगे संज्ञान या करेगे कोर्ट के आदेश का इंतजार.?
सुप्रीम कोर्ट की गाईडलाइन का हवाला देकर कोर्ट मे जनहित याचिका दायर..!

बिलासपुर डेस्क खबर…/ छत्तीसगढ़ के नामी कंपनी रामा बिल्डकांन का एक और चौकाने वाला कारनामा सामने आया है और चर्चा मे है बिलासपुर का मैग्नेटो मॉल ……जमीन को लेकर दावा किया गया है की तालाब की जमीन माल का निर्माण किया गया है। जिसके खिलाफ याचिकाकर्ता ने देश की सबसे सर्वोच्च अदालत के तालाबों के संदर्भ मे जारी की गई गाइडलाइन का हवाला देकर कोर्ट मे जनहित याचिका दायर की गई है अपने रसुख के दम पर हालही मे रामा बिल्डकांन ने अमलीडीह में शासकीय नवीन महाविद्यालय के लिए आरक्षित करीब 9 एकड़ सरकारी जमीन को अपने नाम पर  आबंटित करवा लिया है। वही दूसरे मामले मे आदिवासी युवक गौतम ने अपने पिता सोहन की मौत पर संदेह जताते हुए कंपनी के मालिको पर हत्त्या का आरोप लगाकर पिता की मौत की जाँच की मांग भी की है।



तालाब की जमीन पर बने बिलासपुर का मैग्नेटो मॉल मामले मे  सुप्रीम कोर्ट की गाईड लाईन का उल्लंघन कर तालाब को पाट कर रामा मैग्नेटो मॉल बनाने के गंभीर आरोप लगे है और  मैग्नेटो मॉल के खिलाफ रोहित राठौर ने हाईकोर्ट मे PIL याचिका  दायर की है। वकील के माध्यम से दायर याचिका मे बताया गया है की  तालाब को पाटकर और इसका भूमि उपयोग बदलकर यहां पर रामा बिल्डकॉन  के राजेश अग्रवाल उर्फ बुतरु और उनके परिवार ने रामा मैग्नेटो मॉल बना दिया है। तालापारा की जिस जमीन पर कभी तालाब हुआ करता था अब वहां पर मैग्नेटो मॉल नजर आ रहा है। तालाब को किस आधार पर पाटा गया, भूमि उपयोग कैसे बदला गया यह सब संदेह के घेरे मे है.?


3.5 लाख स्क्वायर फीट में बने छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मॉल में से एक बिलासपुर के मैग्नेटो मॉल के खिलाफ रायपुर के रोहित राठौर ने याचिका दायर की है। इसमें कहा है कि बिलासपुर का मैग्नेटो मॉल तालाब की जमीन पर बना दिया गया है। जिसकी वजह से इलाके का वाटर लेवल नीचे गिर गया है। यही वजह है कि आसपास के रहने वाले लोगों को लगातार पानी की समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है।


सुप्रीम कोर्ट का आदेश, किसी भी जलस्रोत के स्वरूप को नहीं हो सकती है छेड़छाड़  ! क्या अधिकारी लेंगे संज्ञान या करेगे इंतजार..?


सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी जल स्रोत पर निर्माण या उसके स्वरूप से छेड़छाड़ पर पूरी तरह से रोक लगाई हुई है। ऐसे में मॉल के निर्माण के दौरान जिला प्रशासन की ओर से अनदेखी का आरोप अपनी याचिका में लगाया है। कुछ दिनों पूर्व ही बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण और निगम आयुक्त ने पुलिस की मदद से मिशन अस्पताल की जमीन और अशोक नगर मे शराब् कारोबारी द्वारा तालाब पाट कर बनाये मैदान को खुदवा कर अपने मूल स्वरूप मे लाने का साहसिक काम किया था।
लेकिन बिलासपुर के मैग्नेटो मॉल के खिलाफ शिकायतों के बाद भी जाँच और  कार्यवाही नही होने के कारण जिला प्रशासन सवालों के घेरे मे है  और अब सवाल उठ रहे है की अधिकारी इस मामले को खुद संज्ञान लेंगे या फिर कोर्ट मे दायर याचिका पर कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगे..?

अगली कड़ी मे देखिए वो कौन है वो कद्दावर नेता हैं ? जिन्हें रामा बिल्डकॉन के नाम से जोड़ा जाता है ..?

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