बिलासपुर।एक तरफ जहा आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ मे अपनी राजनीती जमीन तलाशने के लिए लगातार सड़को मे प्रदर्शन कर रही है..वही दूसरी तरफ बिलासपुर में आम पार्टी द्वारा चलाई जा रही पदयात्रा मैं एक रेलवे कर्मचारी के शामिल होने से आम पार्टी और रेलवे प्रबंधक की जमकर फजीहत हो रही है…. आम आदमी पार्टी द्वारा बिलासपुर में जनहित और स्थानीय मुद्दों को लेकर पार्टी की प्रदेश संयुक्त सचिव डॉ उज्ज्वला काराड़े पदयात्रा कर रही है.. लेकिन इसका पूरा संचालन इनके पति जावेद अख्तर द्वारा किया जा रहा है…. पदयात्रा की पूरी रणनीति पंपलेट और जुलूस प्रचार प्रसार सहित सभी जिम्मेदारी महिला नेत्री के रेलवे कर्मचारी बखूबी निभाते सड़कों पर नजर आ रहे हैं…
कहा जाता है की एक सफल पत्नी को बुलंदी तक पहुंचाने में निस्वार्थ सेवा और साथ रहती है… ऐसा ही नजारा इन दिनों बिलासपुर मे भी देखने को मिल रहा है.. जहा रेलवे विभाग मे कार्यरत जावेद अपनी पत्नी उज्ववाला के राजनीति प्रचार प्रसार के लिए भरी गर्मी मे पसीना बहाते सड़को मे नजर आ रहे है.. वीडियो मे साफ साफ देखा जा सकता है की रेलवे के डी आर एम आफिस मे पदस्थ रेलवे कर्मचारी कितनी कर्मठता से आम आदमी पार्टी का मोर्चा संभाले हुए पूरी पदयात्रा को सफल बनाने में जी-जान से जुड़ा हुआ है… रेलवे कर्मचारी के हाथ में आम पार्टी का पोस्टर नजर आ रहा है और जुलूस को दिशा निर्देश देते हुए इस पतनिव्रता पति को साफ-साफ देखा जा सकता है….
जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के महिला नेत्री का पति जावेद अख्तर सीनियर क्लर्क के पद पर डीआरएम आफिस मे कार्मिक विभाग मे पदस्थ है… और अपनी पत्नी के लिए एक राजनीतिक पार्टी को स्थापित करने के लिए रेलवे प्रशासन से अवकाश लेकर रखा हुआ है… महिला नेत्री के पति ने अवकाश के लिए क्या कारण दिया है फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है.. वही इस मामले मे रेलवे के बड़े अधिकारियों इस प्रकरण मे इस मामले को गंभीर मान रहे है रेलवे प्रबंधन के अनुसार नियम 1966 रेलवे सर्विस रुल कोड 8 मे साफ साफ इंगित है की किसी भी राजनीतिक गतिविधियां में रेलवे का कर्मचारी नौकरी मे रहते हुए शामिल नहीं हो सकता… राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए कर्मचारी को पहले अपनी नौकरी छोड़नी होंगी…. रेलवे के अधिकारियों ने कहा है यदि इस प्रकार की कोई भी घटना उनके संज्ञान में आती है और उसके प्रमाण मिलते हैं तो रेलवे कर्मचारी पर निश्चित रूप रेलवे नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.. अधिकारियों का यह भी मानना है कि इसमें रेलवे जिले से बाहर पोस्टिंग सहित नौकरी से भी बर्खास्त किया जा सकता है…
रेलवे कर्मचारी की वायरल हो रही तस्वीरें वीडियो साफ हकीकत बयां करने के लिए अपने आप में काफी हैं किस खबर के बाद रेलवे प्रशासन कितना गंभीर होता है और महिला नेत्री के रेलवे कर्मचारी पति के खिलाफ क्या क्या कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश जारी करता है
पर पर इतना जरूरी है कि पत्नी का प्रचार प्रसार के लिए नेतागिरी करना रेलवे कर्मचारी को महंगा पढ़ना निश्चित है..
देखने वाली बात होगी कि अपनी यदि पति के खिलाफ कार्यवाही होती है..तो पति का अगला कदम क्या होगा..? सबसे बड़ा सवाल यह है कि पत्नीव्रता पति के लिए अब पत्नी कैसे अपना पत्नी धर्म निभाती है..? और सबसे बड़ा सवाल है क्या पत्नी के लिए पति अपनी नौकरी छोड़ेगे या पति के लिए पत्नी राजनीती?