छत्तीसगढ़बिलासपुर

ऐतिहासिक गणेश मूर्ति चोरो मामले का पर्दाफाश ..!
पुलिस ने बरामद की मूर्ति , हिरासत में आरोपी !
एसएसपी ने प्रेसकांफ्रेंस में किया खुलासा ..!

बिलासपुर।ग्राम इटवा पाली के प्राचीन ऐतिहासिक भावर गणेश मंदिर से साढ़े महीने पहले हुई प्राचीन मूर्ति की चोरी का मामला…
क्राइम ब्रांच और मस्तूरी पुलिस ने किया मामले पर्दाफाश…
क्राइम ब्रांच की टीम सौदागर बनकर पहुँची थी चोरों के पास… 2 करोड़ में तय हुआ था सौदा… एडवांस के तौर पर 5 लाख रुपये लेकर पहुँची थी पुलिस चार टुकड़ो में बरामद हुई है मूर्ति..चांदी के मुकुट को 31 टुकड़ो में काटा गया था..
एक चिड़ी मार पिस्टल, एक सब्बल और दो मोटर साईकिल बरामद तालाब में छिपाकर रखा गया था मूर्ति को..

पारुल माथुर एसएसपी

बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम इटवापाली में तीन माह पहले हुई चोरी का खुलासा हुआ है । बीते 25 अगस्त की रात अज्ञात चोरों ने प्राचीन भाँवर गणेश की काले ग्रेनाइट की मूर्ति को मंदिर के सेवक को नकली बंदुक के सहारे बंधक बनाकर चोरी किया था। जिले की पुलिस ने तीन महीने बाद इस मामले को सुलझा लिया है,जिसका खुलासा एसएसपी पारूल माथुर ने आज रविवार को किया । बताया गया कि मस्तूरी पुलिस,एसीसीयू की टीम लगातार जांच में जुटी हुई थी। इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की ग्राम चौहा के दो युवक काले पत्थर के एक टुकडे का सैम्पल लेकर उसे मूर्ति बताकर चार करोड़ में मूर्ति बेचने के लिए ग्राहक तलाश कर रहे हैं । इस सूचना को एस.एस.पी पारूल माथूर ने गंभीरता से लेते हुए क्राईम बांच प्रभारी हरविन्दर सिंह को स्वयं ग्राहक बनकर सौदा करने भेजा। जहाँ पुलिस ने खुद को कन्नौज (यु.पी.) का व्यापारी बताकर तीन दिन पहले युवराज टण्डन से मुलाकात कर सौदे बाजी की चर्चा करते हुए पहले मूर्ति दिखाने की मांग की।

03 दिसंबर की रात्रि में ग्राम चौहा में पाच लाख के नकली नोट एडवांस मनी के रूप में दिखाते हुए क्राईम ब्रांच प्रभारी ने फिर से युवराज टण्डन से पहले मूर्ति दिखाने की बात दोहराई तब युवराज ने अपने दोस्त मोहताब सुमन को फोन कर मोटर सायकिल में मूर्ति मंगवाई जैसे ही मोहताब मोटर सायकिल में मूर्ति लेकर आया और झोला खोलकर मुर्ति दिखाई तब क्राइम ब्रांच की आस पास छुपी हुई टीम व थाना मस्तुरी की टीम ने घेराबंदी कर युवराज और मोहताब को अपने कब्जे में ले लिया । कड़ाई से पुछताछ करने पर दोनों ने अपने 3 अन्य दोस्तों सुमीर राय, निशांत और अतुल भार्गव के साथ पैसे के लालच में उक्त घटना घटित करना स्वीकार किया। चार आरोपियों को मूर्ति लूट के अपराध में गिरफ्तार किया गया है वही अतूल भार्गव फरार है, जिसकी तलाश में।पुलिस जुटी हुई है ।

error: Content is protected !!