छत्तीसगढ़बिलासपुर

पैकेट फेकते ही कुत्ते की तरह दौड़ते है पुलिस वाले ? क्या वाकई पुलिस को जेब मे रखता है भूमाफिया मोटवानी ? क्यो कुख्यात भूमाफिया की जमानत का विरोध करेगी पुलिस .? सुनिये पूरा आडियो पढिये पूरी खबर

बिलासपुर।छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हत्या के प्रयास के केस में जमानत पर जेल से छूटे आदतन अपराधी के गुंडाराज का नया ऑडियो सामने आया है, जिसमे इनके आतंक की आवाज साफ साफ सुनाई दे रही है के सामने बेटे की बेरहमी से पिटाई करने और मां के हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने की माँ के दिल के दर्द की आवाज सुनाई दे रही है।

आडियो में अश्लील अपशब्दो का इस्तेमाल किया गया है

तोरवा थाने और सिटी कोतवाली में कई बार नरेंद्र मोटवानी के खिलाफ शिकायत की कोशिश के बाद बिलासपुर पुलिस की मदद नही मिलने पर प्रार्थी ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और जमीन माफिया और आदतन अपराधी की करतूतों की वाइस रिकार्डिंग सोशल मीडिया में अपलोड कर वॉयरल कर दिया । सोशल मीडिया में अपने आतंक की कहानी और पुलिस के खिलाफ शर्मनाक टिपण्णी की जानकारी गृह सचिव और डीजीपी को हुई, तब जाकर पुलिस अफसरों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

इस आडियो में साफ साफ सुनाई दे रहा है कि अपराधियो के मन मे पुलिस की क्या औक़ात है , कुछ पुलिसनुमा लोगो का नाम लेकर अपराधी मा बेटे को अपना रशुक बता रहा है । आदतन बदमाश महिला के बेटे का बेसबाल से पैर तोड़ने से लेकर पैसे दम पर पुलिस को खरीद कर से सुनोयोजित हत्या को एक्सीडेंट बतलाकर अपना वर्चस्व साबित करने की बात कहते साफ नजर आ रहा है । ऑडियो में बदमाश बोल रहा है कि मेरे पास इतना पैसा है कि एक पैकेट फेंकने पर पुलिसवाले कुत्ते की तरह दौड़ते हैं। वही एक युवती द्वारा भी रेप के झूठे केस में फंसाने की बात भी लड़की की आवाज में रिकार्ड हो ।बदमाश बोला- तेरी हत्या हो जाएगी और पुलिस मेरा कुछ नहीं कर सकती । इतना ही नही जमीन में कब्जा की नीयत से आरोपी ने महिला के निर्माणाधीन मकान में अपने नाम का पोस्टर चिपका कर गुंडा टेक्स भी मांगने की पूरी कोशिश की ।

इतने गम्भीर अपराध के बाद भ कुख्यात अपराधी को जमानत मिलने के बाद से पुलिस पर सवाल खड़े शुरू हो गए जिसके बाद बिलासपुर रेंज के आईजी ने नारजगी जाहिर करते हुए जमीन के लिये नाबालिग और उसकी माँ को धमकाने वाले नरेंद्र मोटवानी के जमानत का अदालत में पुलिस विरोध करने के निर्णय लिया है ।, भूमाफिया नरेंद्र मोटवानी की पहले कई शिकायत थाने में कचरे की ढेर में पड़ी हुई है लेकिन पुलिस के जाबाज अधिकारी भूमाफिया मोटवानी के खिलाफ कार्यवाही करने से बच रहे है ।

शहर में ज़मीन के मामले में बढ़ते दहशतगर्दी और लोगो के जानमाल की सुरक्षा की दृष्टि से आई जी डाँगी ने ये निर्देश दिए है।भूमाफिया द्वारा गुंडे बदमाशों के साथ खुले आम जमीन के लिए मारपीट करने से शहर में शान्ति भी भंग हो रही है ,कार्यवाई नही होने से अपराधियों के हौसले बढ़ेंगे,इसलिए पुलिस एतिहातन कार्यवाई कर रही है ,अपराधी खुले में घूमेंगे तो आम आदमी खास कर नाबालिग का परिवार अपने आप को असुरक्षित महसूस करेगा। इसलिए पुलिस न्यायालय से जनहित में नरेंद्र मोटवानी को जमानत नही देने की अपील अदालत से करेगी। अपराधी तत्वों को किसका किसका संरक्षण मिलता रहा है और घटना के समय अपराधियो के साथ कौन कौन मौजूद था । युवती कौन थी और जिन पुलिस अफसरों का रिकार्डिंग में नाम आ रहा है उनका इन बदमाशो से क्या रिश्ता है यह भी पुलिस के आला अधिकारियों को पता होना चाहिए ?
या फिर वाकई पुलिस में नरेंद्र मोटवानी की इतनी जबरदस्त सेटिंग है कि जिसकी जमानत नहीं होनी चाहिए पुलिस की सेटिंग के कारण ही चंद घंटे में इसकी जमानत हो गई। पुलिस के उच्च अधिकारी को अब इस एंगल पर भी जांच करनी चाहिए की जॉइंट क्राइम में एक आरोपी ऋषभ पानीकर पर गंभीर धाराएं लगी तो नरेंद्र मोटवानी पर हल्के धारा लगाकर कोर्ट में कौन डायरी पेश किया? जिससे नरेंद्र को तुरंत जमानत मिल गई।

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