छत्तीसगढ़बिलासपुर

एसएसपी के आदेश की हो रही अवेहलना ..!
आदेश के बाद भी रिलीव नही हो रहे आरक्षक ..!
आखिर क्या है थानों के मोह की वजह ?

बिलासपुर।बिलासपुर जिले की महिला कप्तान पारुल माथुर के आदेश का पालन करवाने में थानेदार कोई दिलचस्पी नही दिखा रहे है । एक तरफ जहां कप्तान साहिबा दिन रात जिले की चरमरा रही पुलिस व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगी हुई है खुद रातो में सड़कों पर गश्त लगाकर अपराधियो को सख्त मैसेज पहुचा रही है । वही दूसरी तरफ उनके ट्रान्सफर आदेश की कोई परवाह करता नजर नही आ रहा है।

एसएसपी पारुल माथुर ने 7 सितम्बर को आदेश निकालकर 2 प्रधान आरक्षकों और एक आरक्षक का दूसरे थानों में तबादला कर दिया था । लेकिन आज तक किसी भी वर्दीधारी ने थाना छोड़ना मुनासिब नही समझा !
अब यह कहना मुश्लिक है कि थानेदारों ने उन्हें रिलीव नही किया ? या वे खुद ही पदस्थ थाने से दूसरे थाने नही जाना चाहते ? इस सवाल का ज़बाब पुलिस महकमा ही बेहतर दे सकता है । और यदि सम्बंधित थाने में पुलिस बल की कमी को वजह बताया जा सकता है तो तबादला आदेश जारी करने की जरूरत क्या थी ?

सूत्र बताते है कि कई वर्दीधारी अपने मनपसंद थानों में जमे हुए है । और इनका अपना उस थाना क्षेत्र में एक रसूख़ है । और इनकी दुकानदारी पूरी तरह सेट है इसलिए इनका मोह इतना बढ़ गया है कि उन्हें अपने कप्तान साहिबा के फरमान से भी कोई फर्क नही पड़ रहा है इनमे से एक आरक्षक को बकायदा थाना प्रभारी का वसुली एजेंट भी कहा जाना लगा है ।

आरक्षक का नाम रूपलाल चंद्रा बताया जा रहा है जो कि बिल्हा थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ है । रूपलाल के खिलाफ पीड़ित जितेंद्र कुमार कुर्रे ने अपना एक सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल भी किया था जिसमें पुलिस से प्रताड़ित होकर रेल की पटरी पर जाकर आत्महत्या करने की बात भी कही है, जबरन झूठे केस में फंसाने एवं अवैध वसूली करने वाले पुलिस के ऊपर कार्यवाही करने को लेकर बिलासपुर आईजी , एसपी तक गुहार लगाई थी लेकिन आज तक उस मामले की जांच का सच सामने नही आ सका ?

वही दूसरे मामले में आरक्षक रूपलाल चंद्रा के खिलाफ बिल्हा निवासी नीरज तिवारी ने गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा बताते हुए मुख्यमंत्री गृहमंत्री , बिल्हा विधायक ,बिलासपुर आईजी , एसएसपी अपनी जान बचाने की गुहार भी लगाई है ।
शिकायत पत्र केनुसार बिल्हा थाना प्रभारी के एजेंट के रूप में आरक्षक रूपलाल अवैध वसूली कर ग्रामीणों को डरा धमका रहा है । और अपने खिलाफ शिकायत होने पर शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी और झुठे मामले में फंसाने की बात कह शिकायत वपिस लेने का दबाब बनाता है । शिकायतकर्ता ने इस मामले में बिल्हा थाना प्रभारी और आरक्षक के खिलाफ गभीर आरोप लगाए है

बिल्हा थाना में आए दिन पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध रूप से वसूली का कारोबार की शिकायतों के चलते बिल्हा वासियो के लिए सुर्खियों में बना हुआ है ।अब कुछ ग्रामीणों ने उनका विरोध कर अवैध वसूली के खिलाफ मोर्चा भी खोलने की तैयारी कर रखी है ।
अब देखना होगा कि पुलिस के उच्च अधिकारी इस खबर और शिकायत को कितनी गम्भीरता से लेते है और कब खाकी पर लग रहे सवालो का जबाब देते है ?
उम्मीद है कि इस गम्भीर आरोपो की निष्पक्ष जांच होगी और यदि आरोप सही है तो दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी ताकि समाज मे ये सन्देश पहुचाया जा सके कि कांनून सब के लिए समान है और यदि कोई भो कांनून के उल्लंघन करता तो उसके खिलाफ कार्यवाही हो के रहेगी चाहे वो आम जनता हो या फिर पुलिसकर्मी !!

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