बिलासपुर।बिलासपुर में लगातार सोशल मीडिया में ऐसे जारी हो रहे है । जैसे न्यायधानी में कोई वायरल वीडियो की वेब सीरीज का विश्व कीर्तमान का इतिहास रचने वाला हो ..इस प्रकार के विडियो कांनून व्यवस्था में सवाल खड़े करने के लिए काफी है कि अब अपराधियो को पुलिस का कोई भय नही है और न ही खाकी पर कोई विश्वाश
शायद इसलिए लोगो का कांनून पर और पुलिस यवस्था पर विश्वास खत्म हो गया है और अब लोग खुद ही कांनून अपने हाथ मे लेकर आपराधिक कृत्य कर बिना किसी ख़ौप के वीडिओ भी वायरल कर पुलिस को सीधे चुनोती देते सोशल मीडिया में नजर आ रहे है ।
वही आज बिलासपुर पुलिस ने खुद ही ऐसा वीडियो वायरल कर अपना मजाक बनाने और विभाग की फजीहत उड़ाने में कोई कसर नही छोड़ी ..इस वीडियो पर साफ साफ देखा जा सकता है कि रात्रि गस्त और चेकिंग के दरमियान ( पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ) आरक्षक को थप्पड़ जड़ दिया । पुलिस द्वारा जारी वीडियो में आरक्षक मोरज सिंह के गालों पर किसी महिला ने थप्पड़ रसीद कर दिया । पुलिस ने जारी बयान में आरक्षक के अलावा एक और आरक्षक आर , प्रकाश सिंह के नाम भी बताया है कि उस वक्त रात्रि गश्त में मौजूद था ।
इस वीडियो में खास ये है कि सिर्फ थप्पड़ खाता अपने आप को बेगुनाह साबित करता लाचार आरक्षक मोरज सिंग ही नजर आ रहा है । किसने आरक्षक को थप्पड़ मारा दूसरा आरक्षक उस समय क्या कर रहा था ये पुलिस ने अभी तक स्पष्ठ नही किया है । साथ ही वायरल विडीओ में महिला की आवाज में भी महिला आरोप लगा रही कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में है ?
सवाल ये उठता है कि आखिर वीडियो जारी करने की अधिकारियों की क्या मंशा है ? पुलिस चाहती तो सिर्फ फ़ोटो और विज्ञप्ति भी जारी कर सकती थी ? लेकिन किसी और सोशल मीडिया में जारी करने से पहले पुलिस ने वीडियो जारो कर खुद की फजीहत करवा डाली है कि जब पुलिस के वर्दी पहने हुए थप्पड़ खाता वीडियो बन सकता तो आम जनता का क्यो नही बन सकता है ?
जब खुद ही वर्दी में पुलिस सुरक्षित नही है तो आम जनता कैसे सुरक्षित रह सकती है ? क्या पुलिस ने खुद ही वीडियो जारी कर खाकी को शर्मशार कर दिया है ?लोगो के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है ।
उम्मीद है कि पुलिस के उच्च अधिकारी इस खबर पर संज्ञान लेगे और इस प्रकार विभाग के वीडियो जारी करने से पहले सोचेगे की इस प्रकार के वायरल वीडियो से समाज मे खाकी की क्या छबि बनेगी और खाकी को समाज मे शर्मशार न होना पड़े ?
हम जानते है कि यह खबर पुलिस को सूल की तरह चुभेगी भी और नीम से कड़वी भी लगेगी लेकिन हम खबर के माध्यम से ये संदेश देना चाहते है कि इस प्रकार के वायरल विडीओ से पुलिस की छबि समाज मे खराब होती है और अपराधियों के मन से क़ानूल के ख़ौप भी खत्म होता है वो भी जब खुद ही पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी इस प्रकार बेबस और लाचार वर्दी का थप्पड़ खाते विडीओ खुद ही वायरल कर अपने ही विभाग की फजीहत करवा डाले ?
तो सवाल खड़ा होगा ही जब खाकी सुरक्षित नही तो जनता कैसे रहेगी सुरक्षित ?
बड़ा सवाल क्या उच्चधकारियो से चर्चा के बाद वीडियो किया गया वॉयरल ?