बिलासपुर।करोडो रु की सरकारी जमीनो की बन्तरबाँट करने की शिकायत और जांच पड़ताल के बाद अंततः भू माफियाओं के बीच बेहद लोकप्रिय और राजस्व विभाग के सबसे चर्चित पटवारी कौशल यादव के ऊपर गाज गिरी और बिलासपुर एसडीम तुलाराम भारद्वाज ने निलंबित कर दिया है।
आम जनता के की नाक में दम करने वाला पटवारी कौशल यादव निलंबन के दौरान जिला कार्यालय में संलग्न रहेंगे। इस दौरान शासन के निर्देशानुसार उन्हें उचित वेतन भत्ता भी दिया जाएगा।
बिलासपुर कलेक्टर और एसडीएम की जुगलबंदी के बाद हुई इस कार्यवाही से जनता के साथ साथ राजस्व विभाग के एक बड़ा अमला खुश नजर आ रहा है ।
वही बहतराई में PWD विभाग द्वारा बनवाई गई डामर सड़क को ही पटवारी अनिल डोंडवाणी और तत्कालीन तहसीलदार गबेल ने मिलीभगत कर करोड़ो रु में बेच डाला । बहतराई स्तिथ खसरा नबर 310 की जमीन को बेचकर दो करोड़ रु डकार लिए । इस प्रकरण की पूरे प्रमाणित दस्तावेजो के साथ शिकायत भी तत्कालीन कलेक्टर सारांश मित्तर से की गई थी इस प्रकरण में राजस्व मंत्री ने मीडिया के सामने ही तत्कालीन एसडीम को पटवारी अनिल डोंडवानी को निलबिंत करने के निर्देश दिए थे।
लेकिन जिस जय वीरू के नाम से चर्चित गबेल और कौशस यादव के खिलाफ कार्यवाही करने से जिलाधीशों के हाथ कांपते हो उनके रहते इन्ही के नक्शे कदम में चलते हुए पटवारी अनिल ने करीब 2 करोड़ 50 लाख रु की सरकारी जमीन को बेच दिया । तमाम दस्तवेजो और राजस्व मंत्री के आदेश की धज्जिया उड़ाते हुए सड़क को जमीन में तब्दील कर करोड़ो रु हजम करने वाले पटवारी अनिल डोंडवानी को सिर्फ नोटिस देकर बचा लिया और अभी तक प्रकरण दबा हुआ रखा है ।
लेकिन आज हुई कार्यवाही से शिकायकर्ता को उम्मीद जागी है कि आपने रसूख़ और पहुच के दम करोड़ो रु की सरकारी जमीन में हेराफेरी करने वाले निलंबित पटवारी कौशल यादव के खिलाफ जो कार्यवाही की गई है उसी प्रकार बिलासपुर कलेक्टर और एसडीएम बहतराई की खसरा नंबर 310 की जांच करवा कर पटवारी अनिल के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश जल्द जारी करेगे ।