छत्तीसगढ़बिलासपुर

अमीरो पर रहम गरीबो पर कहर ?
निगम में लागू होता है अलग -अलग नियम….नोटिस का खेल खेलकर अधिकारी कर रहे जेबगर्म ?

बिलासपुर।बिलासपुर का नगर मिगम की शह पर बेख़ौप हो कर धड़ल्ले से अवैध निर्माण का कार्य जारी है। बिना अनुमति और बिना नक्शे के निगम के अधिकारियों के संरक्षण में अवैध निर्माण किया जा रहा है।

तमाम शिकायतो के बाद भी निगम के जिम्मेदार मौन है । न्यायधानी बिलासपुर के दिल कहलाने वाले गोल बाजार में तमाम नियमो को ताक पर रखकर रसूकदर कारोबारी तीन से 4 मंजिला दुकान का निर्माण डंके की चोट पर कर रहे है। वही अपनी जबाबदेही से बचने के लिए निगम के अधिकारी एक दूसरे के ऊपर जबाबदेही डाल कर अपना पल्ला झाड़ रहे है।

बाजार शाखा से लेकर भवन निर्माण शाखा और ज़ोन के कमिश्नर तक इन अवैध निर्माण पर रोक लगाने के अक्षम साबित हो रहे है। निगम के जिम्मेदारों ने भी माना है कि गोल बाजार में चल रहा निर्माण कार्य अवैध है और बिना अनुमति के कराये जाए निर्माण के लिए कारोबारियों को नोटिस भी जारी कर दिया गया है।

अपने एसी चेम्बर में बैठ कर ये अफसर चंद पैसो की लालच में इतने डूबे हुए है कि इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही हो रही है । जबकि गरीब जनता के लिए इन्ही अफसरों के तेवर कड़े दिखाई देते है और गरीबो के ठेलो गुमटी और सामानों को जप्ती करने में जितनी तेजी और मुस्तेदी निगम अमला दिखाता है उससे साफ जाहिर होता है कि गरीबो और अमीरो के लिए निगम के अपने खुद के बनाये नियम है ।तस्वीरों साफ बया कर रही है कि जितनी बेदर्दी और सख्तो गरीबो के ऊपर की जाती है उतनी ही दरियादिली और रहमत इन रसूखदारों के लिये निगम कर रहा है।

कही न कही ये साफ इंगित होता है कि निगम की मिलीभगत के कारण ही गोल बाजार में बिना नियमो और सुरक्षा के इन बहुमंजिला दुकानों का निर्माण किया जा रहा है । और नोटिस -नोटिस के खेल में इन दुकानों के पूर्ण निर्माण का इंतजार कर मौन सहमति निगम के जिम्मेदार दे कर इन अवैध निर्माण करा कारोबारियों से अपनी जेब गर्म कर रहे है।


बडा सवाल है क्या गोल बाजार जैसे व्यस्ततम इलाको में चल रहे इन अवैध निर्माण पर अधिकारियों की नजर नही पड़ी या देखकर भी अंजान बने हुए है निगम के अधिकारी ?
सवाल ये भी है नोटिस जारी करने के बाद भी अभी तक इन पर कार्यवाही करने से क्यो परहेज कर रहा है निगम अमला ?
और यदि नोटिस जारी किया गया है तो नोटिस की कापी और नाम क्यो छिपा रहे है अधिकारी ?
अब देखना होगा कि निगम कब इन अवैध निर्माण पर कार्यवाही करती है या फिर बेरोकटोक यह अवैध निर्माण युही जारी रहेगा ये तो आने वाले समय मे दिख ही जायेगा ।

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