बिलासपुर

डंकाराम की खबर का आबकारी विभाग पर अद्भुत असर !आबकारी विभाग ने बदला पाला !जेब गर्म होते ही गुलजार हुए चखना सेंटर ?

बिलासपुर।एक बार फिर आबकारी विभाग के सरक्षण में बिलासपुर के अवैध चखना सेंटर गुलजार हो गए है । मुख्यमंत्री प्रवास के दौरान हुई वारदात में नाबालिक की हत्या के बाद अचानक नींद से जागे आबकारी विभाग के अमले ने अपने सरक्षण में चल रहे चखना सेंटर को अवैध बताते हुए पूरे लाव लश्कर के साथ धावा बोलते हुए जिले के चल रहे अवैध चखना दुकानों को बंद करवा दिया। सूत्र बताते है कि इन चखना दुकानों के संचालन के बदले आबकारी विभाग को हर दुकान से 2 हजार से 5 हजार रु रोज की काली कमाई प्रतिदिन होती है और इन चखना दुकानों को किसके इशारे में संचालित किया जाता है ये विभाग के बड़े अधिकारी भली भांति जानते है !

गुलजार चखना सेंटर

सूत्र तो यहाँ तक बताते है कि इस समय बिलासपुर के जिन दो गुटों की वर्चस्व की लड़ाई के चलते बिलासपुर की आम जनता में दहशत के माहौल है उन्ही गुटो के लोगो के ऊपर ही इन अवैध चखना दुकानों को संचालित करने की दरियादिली आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई है ।
सूत्र बताते है कि इन चखना दुकानों के सरगनाओं के तार नाबालिक आरोपियों से जुड़े हुए है और इन्ही के इशारों पर न्यायधानी में खूनी खेल कर बिलासपुर को अशांत किया जा रहा है ! यदि पुलिस इन आरोपी किशोरों के काल डिटेल निकाले और शराब दुकानों के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खांगले तो सच खुद ही सामने आ जायेगा ।

कार्यवाही करते आबकारी विभाग/गुलजार चखना सेंटर

हमने पहले भी खबर के जरिये आबकारी विभाग का सच सामने रखा था । और हमने इस बारे में बिलासपुर सहायक आबकारी आयुक्त से लेकर इस्पेक्टरों से लेकर विभाग के अदना कर्मचारियों से भी जानना चाहा कि की ये चखना सेंटर वैध है या अवैध ? पर नाम न छापने की शर्त में विभाग के एक अधिकारी ने माना कि अवैध चखना सेंटर से उन्हें रोज लाखो रु की कमाई हो रही है । हालाकि किसके आदेश पर इन चखना दुकानों को चालू या बंद किया जाता है उसका खुलासा नही हो पाया है वही सहायक आबकारी आयुक्त नीतू जी ने भी स्पष्ठ किया है कि ऊपर के आदेश पर चखना दुकानों को बंद करवाया गया है लेकिन आदेश मौखिक या लिखित ये बताने में असमर्थता जाहिर की । किसके आदेश पर इन चखना दुकानों को खोला गया है इस बारे में अभी तक आबकारी विभाग के किसी जिम्मेदार अधिकारी का बयान सामने नही आ पाया है ।

बंद दुकान

हमारी खबर को संज्ञान लेने के बाद आबकारी विभाग ने इन अवैध चखना दुकानों को खोलने की इजाजत देकर अपनी जेब फिर से गर्म करने की तैयारी कर ली है । लेकिन अभी तक शराब दुकानों के पास चल रहे है चखना सेंटर वैध या अवैध इस बारे में मीडिया को साफ साफ बताने से बचते नजर आ रहे है ।
बड़ा सवाल है कि गांव गांव के घरों बिक रही कच्ची शराब के खिलाफ कार्यवाही करने वाला आबकारी विभाग इन अवैध चखना दुकानों के खिलाफ क्यो कार्यवाही नही कर रहा ?
सवाल ये भी है इस मामले में आबकारी विभाग का ऑफिसियल बयान क्यो नही आया ?
और सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि ये चखना सेंटर वैध है या फिर अवैध ? और किसके आदेश पर ये चखना सेंटर संचालित होते है ?
सवाल तो बहुत से उठ रहे आबकारी विभाग पर जबाब देने में विभाग फिलहाल चुप्पी साधे हुए है अब देखना होगा कि इन सब आरोपो पर आबकारो विभाग कब अपनी चुप्पी तोड़ता है या फिर हर बार की तरह सरकारी शराब दुकानों के पास चल रहे इन अवैध चखना दुकानों को सरंक्षण देकर मदिराप्रेमियो को खुश कर अपनी जेब गर्म करता रहेगा ?

बंद दुकान
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