

 डेस्क खबर बिलासपुर ../ बिलासपुर के सकरी थाना क्षेत्र में बटालियल के समीप संचालित एक ढाबा में अब आपको खाने के साथ ही नशा करने की भी सहूलियत उपलब्ध है। जह इस ढाबा में दिनभर शराबियों का जमावड़ा रहता है जो शाम होते- होते और भी रंगीन होने लगता है तथा जहां देर रात तक खाने- पीने की महफ़िल रहती है। ढाबा में बिना मशक्कत मिल रहे शराब के कारण शराबियों को शासकीय शराब दुकान की लंबी दौड़ लगानी की जरूरत नही पड़ती तथा उन्हें एक ही स्थान पर पीने के साथ मनपसंद खाने को भी मिल जाता है। जिससे यहां आने वाले लोगों के खाने व नशे की शौंक आसानी से पूरी हो जाती है।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आबकारी विभाग और पुलिस विभाग को ढाबे में शराब परोसने की पूरी जानकारी भी है और कई पुलिस कर्मियों का यहां  आना जाना भी लगा रहता है सूत्रों का दावा  ढाबा संचालक द्वारा पुलिस से माहवारी तय की गई है, जिसके परिणामस्वरूप उक्त ढाबा में अवैध  शराब बिक्री की छूट मिली हुई है। इससे न केवल ढाबा में असामाजिक तत्वों का डेरा रहता है बल्कि शराब सेवन कर नशे में अपशब्दों का भी प्रयोग करते है। जिससे आसपास रहवासी तथा मुख्यमार्ग पर आवागमन करने वाले लोगों को परेशानी होती है। खासकर मुख्यमार्ग से गुजरने वाली महिलाओं को लज्जित होने के साथ असहज महसूस होती है। बटालियन के समीप स्थित इस ढाबे का नाम देसी ठाट ढाबा और रेस्टोरेंट है जहां का एक वीडियो सामने आया है , जिसमें युवती और युवकों की टोली नजर आ रही और टेबल में शराब की बोतले भी नजर आ रही है ,यह वीडियो करीब 4 दिन पुराना बताया जा रहा है ।

पुलिस विभाग के सूत्रों के अनुसार कई लोगों ने गोपनीय तरीके से  अवैध शराब बिक्री का विरोध जताने के साथ मामले से पुलिस को अवगत भी कराया गया, लेकिन ढाबा संचालक की गतिविधि को लेकर कोई कार्रवाई नही की जा सकी है। दबी जुबान यह भी चर्चा है कि थाना में वर्षों से पदस्थ एक चर्चित पुलिस कर्मी आरक्षक का अक्सर यहां आनाजाना लगा रहता है। जो ढाबा में कुछ समय के लिए रुककर फिर वापस लौट जाते है। एक तरफ जिले के ईमानदार छवि वाले और संवेदनशील वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जहां कानून व शांति व्यवस्था कायम रखने में भरसक प्रयासरत है तथा अपने दायित्वों के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहकर अवैध गतिविधियों के संचालन पर सख्ती से रोक लगाने के साथ अवैध शराब बिक्रेताओं पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर रखे है, वहीं सकरी क्षेत्र में ऐसे अवैध कारोबारियों के हौसले कार्रवाई के अभाव में दिन ब दिन बढ़ते जा रहे है। जिससे पुलिस प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है। 

वही आबकारी विभाग भी सरकारी शराब की अवैध बिक्री पर ज्यादा सख्ती दिखाने के मुड़ में कभी नजर नहीं आता है । आबकारी विभाग के विभागीय सूत्रों की माने तो जिले के अलग अलग क्षेत्रों में स्थित ढाबाओ और ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों में भी कोचियों को एक फिक्स कमीशन में कोचियों के माध्यम से सरकारी शराब को अवैध तरीके से बेचने में कुछ अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है और आबकारी विभाग के अधिकारी भी सामान्य बातचीत में यह जिक्र कई बार कर चुके है कि कोचियों और ढाबा में सरकारी शराब की खपत होने से आबकारी के राजस्व में इजाफा होता है और उनका ज्यादा ध्यान कच्ची और दूसरे राज्यों की शराब पर कार्यवाही का रहता है । पर सच यही है कि जिले में ढाबे के बिना किसी भय के शराब परोसे जाने का धंधा बेधड़क चल रहा है और इस पर लगाम लगाने में पुलिस और आबकारी विभाग अंकुश लगाने में असफल साबित हो रहे है जिसकी सत्यता की पुष्टि कोटा रोड में स्थित देसी ठाट ढाबा और रेस्टोरेंट के आए  इस वीडियो से तो की ही जा सकती है ।

 
				