डेस्क खबरबिलासपुर

रतनपुर पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल: चोरी का आरोपी  फरार, क्षेत्र मे अवैध गतिविधियों को मिला पुलिसिया संरक्षण…!


डेस्क खबर बिलासपुर /  जिले की धार्मिक नगरी रतनपुर में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते सप्ताह मटयारी गांव से चोरी के एक आरोपी को रतनपुर थाना स्टाफ ने गिरफ्तार किया था, लेकिन मौका देखते ही आरोपी थाने से फरार हो गया। हैरानी की बात यह है कि घटना के एक सप्ताह बाद भी पुलिस आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही है।  सूत्रों का कहना है कि रतनपुर पुलिस ने इस मामले को दबाने का प्रयास किया, ताकि उनकी गंभीर लापरवाही की जानकारी उच्च अधिकारियों ताकि नहीं पहुँच पाए।


थाना प्रभारी के जबाब पर गंभीर सवाल..?
वही आरोपी के थाने से फरार होने की जानकारी थाना प्रभारी को भी है लेकिन इस संबंध में रतनपुर थाना प्रभारी से जानकारी ली गई तो उन्होंने माना की एक युवक भाग गया था लेकिन उस युवक को आरोपी मनाने से साफ इंकार कर दिया। थाना प्रभारी की माने तो उनके थाने मे ऐसी कोई चोरी की रिपोर्ट या fir थाने मे दर्ज  नही है।


थानेदार के जबाब ने ही पुलिस विभाग पर सवाल खड़े कर दिये। जब रतनपुर थाने मे कोई शिकायत और रिपोर्ट दर्ज नही तो युवक को पकड़ थाने क्यो लाया गया था..? और यदि फरार युवक आरोपी नही है तो रतनपुर की टीम मटीयारी मे किसकी तलाश कर रही है..?
पुख्ता सूत्रों की माने तो पुलिस कप्तान के अपराधो के खिलाफ सख्त मिजाज को देखते हुए थाना प्रभारी के शुरुआती दिनों में व्यवस्था ठीक हुई थी, लेकिन फिर पुलिस का रवैया पुराने ढर्रे पर लौट आया और अपने कारनामो के चलते, रतनपुर थाना पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में बना हुआ है।


रतनपुर में अवैध शराब बिक्री का मामला लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों ने नाम ना छापने की शर्त  पर आरोप लगाया कि पुलिस के कुछ कर्मचारी शराब विक्रेताओं को पकड़ते तो हैं, लेकिन लेन-देन के बाद उन्हें छोड़ भी दिया जाता है। हाल ही में धान मंडी में हुई चोरी के कुछ आरोपियों को भी रतनपुर पुलिस द्वारा कथित रूप से छोड़ने की चर्चा नगर मे जोरों पर है। इसके अलावा, कुछ दिनों पहले बगदेवा के पास पुलिस ने जुआरियों को पकड़ा कर कार्यवाही भी की लेकिन कुछ जुआरियो को लाखों रु लेनदेन के एवज मे छोड़ने की जानकारी सूत्रों ने दी है। रतनपुर थाने के चर्चित पुलिस के जवान पर पर अपराधियों और अवैध शराब बिक्री को बढ़ावा देने के लिए लेनदेन के गंभीर आरोप पहले भी लग चुके हैं, बावजूद इसके उनके हौसले बुलंद हैं। थाने में तैनात एक सीसीटीएनएस कर्मचारी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, जिसे लेकर चर्चाएं थाने के अंदर से बाहर तक तेज हैं।

थाने मे गुंडे के हंगामे पर कप्तान ने किया था थाना प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड..?

गौरतलब है की कुछ महीनों पहले थाने के अंदर ही एक गुंडे के हंगामे और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी मे गाली गलौच करने वाले विकास उर्फ विक्कु रावत के वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने थाना प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया था। हालाँकि उस समय कार्यवाही का आधार वीडियो बना था और इस बार विश्वसनीय सूत्र..???  स्थानीय जनता अब पुलिस कप्तान से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।

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