

डेस्क खबर बिलासपुर….बिलासपुर में गरीबों को दिए जाने वाले राशन के बदले नगद पैसों देने के तमाम वीडियो आने के बाद भी जहां जिले के खाद्य विभाग के अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे है तो वहीं दूसरी ओर जिले के तखतपुर ब्लॉक के गनियारी ग्राम पंचायत में स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। दुकान के पूर्व संचालक भीम सूर्यवंशी ने खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए 30 हजार रुपए की रिश्वत ऑनलाइन माध्यम से लेने के साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने दावा किया कि उनसे पहले किसी अन्य विक्रेता की गड़बड़ियों के लिए उन्हें जबरन जिम्मेदार ठहराया गया। और उनसे इसके लिए ऑनलाइन के जरिए पैसे भी ले लिए गए ।

भीम सूर्यवंशी के मुताबिक, 20 जनवरी 2019 को दुकान का चार्ज लेते समय स्टॉक में 555 किलो चावल, 33 किलो शक्कर और 32 किलो नमक कम पाया गया था, जिसकी सूचना तत्कालीन निरीक्षक को दी गई थी। बावजूद इसके, श्याम वस्त्रकार ने पद का दुरुपयोग करते हुए उनकी दुकान को निलंबित कर दिया। सूर्यवंशी ने आरोप लगाया कि जब सीडीएम ने दुकान वापस देने का आदेश दिया, तो इसके बदले श्याम वस्त्रकार ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। उन्होंने यह भी कहा कि 19 सितंबर 2023 को 20 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे।

इस पूरे मामले में श्याम वस्त्रकार का जानने के लिए उनको फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं लिया जिसके कारण पता नहीं चल पाया था कि यदि भीम सूर्यवंशी ने गरीबों के राशन में घोटाला किया था, जिसके चलते कोटा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। तो उसके बाद उनके एकाउंट में पैसे क्यों डाले गए और क्या उन्होंने इसकी शिकायत पहले किसी को की थी ..? हो सकता हो अब ऑनलाइन सबूत के साथ खाद्य निरीक्षक यह कह कर अपना बचाव कर पाए कि सूर्यवंशी ने जबरन उनके अकाउंट में पैसे डाले हैं।


इधर, बिलासपुर खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया ने कहा कि कलेक्टर कार्यालय से शिकायत प्राप्त हुई है और मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि खाद्य विभाग के पास राशन दुकानों में गड़बड़ी और राशन के बदले पैसा देने की काफी शिकायतें लंबित है लेकिन जिम्मेदार अधिकारीयों द्वारा इन पर तत्कालीन कलेक्टर के सख्त निर्देश पर FIR दर्ज करवाने के आदेश भी जारी किए थे लेकिन अब तक विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा कोई कड़ी कार्यवाही नहीं होने से अब विभाग के अधिकारी खुल कर पैसा लेने से भी नहीं डर रहे है ..
कैसे खेला जाता है विभाग और दुकानदारों की मिलीभगत से बड़ा खेल ..आगामी अंक में एक और इंस्पेक्टर पर सनसनीखेज खुलासा….
