डेस्क खबरबिलासपुर

पार्ट – 7 : राशन घोटाला : सरपंच ,सचिव और प्रबन्धक ने किया लाखों रु का गबन , हितग्राहियों को दिए जाने वाला चावल 20 लाख में बेचा ।
जांच में हुई पुष्टि ,रिकवरी और कार्यवाही में जुटा खाद्य विभाग .।




डेस्क खबर बिलासपुर / तखतपुर …./ प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर के तखतपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम मोछ की सोसायटी में गरीबों के लिए भेजे गए चावल में बड़ा घोटाला सामने आया है। जांच में सामने आया है कि लाखों रुपये के सरकारी चावल की हेराफेरी कर उसे बेच दिया गया और राशि का गबन कर लिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत मोछ स्थित शासकीय उचित मूल्य की दुकान के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं, जिसके चलते इस दुकान को लिदरी ग्राम पंचायत की सोसायटी से अटैच कर दिया गया था। परंतु, यहां भी चावल वितरण में भारी अनियमितता की गई।



सूत्रों के अनुसार, लिदरी पंचायत की सोसायटी के प्रबंधक ने तत्कालीन सरपंच और सचिव के साथ मिलकर लगभग 20 लाख रुपये कीमत का चावल बेच दिया और सरकारी धन का गबन कर लिया। यह खुलासा तब हुआ जब सुशासन तिहार के दौरान खाद्य विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया। फूड इंस्पेक्टर की जांच में पाया गया कि स्टॉक में लगभग 20 लाख रुपये मूल्य का चावल कम था, जिसे बेचे जाने की पुष्टि हुई है। यह चावल गरीबों के वितरण के लिए आया था, लेकिन आरोपियों ने इसे निजी लाभ के लिए बाजार में बेच दिया।



फिलहाल खाद्य विभाग इस मामले में तखतपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अब इस मामले में सरपंच, सरपंच पति, सचिव और सोसायटी प्रबंधक के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही होना तय है।


वहीं खाद्य विभाग की जांच में खुलासे के बाद गरीबों के लाखों रु के चावल करने वाले आरोपियों ने पैसों की गबन की बात कबूल करते हुए घोटाले के 20 लाख रु जमा करने के लिए दो दिन की मोहलत SDM के समक्ष मांगी है ।
प्रश्न खड़ा होता है — क्या चावल वापस लाया जाएगा या 20 लाख रुपये की भरपाई करवाई जाएगी? जवाबदेही तय करना और सख्त कार्यवाही करना अब प्रशासन के लिए अगली चुनौती बन गई है। और सबसे बड़ा सवाल है कि गरीबों के निवाले में डाका डालने वाले इन चावल चोरों द्वारा गबन के पैसे जमा कर देने से क्या इनके गुनाह को माफ कर दिया जायेगा ?

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