डेस्क खबरबिलासपुर

नामी कंपनी के नकली हालमार्क के जरिये नकली गहनों से ठगी करने वाला गिरोह का पर्दाफ़ाश..।
सिटी कोतवाली और एसीसीयू की टीम की तत्परता से लाखों के जेवर के, साथ 5 आरोपी हुए गिरफ्तार


डेस्क खबर../  प्रदेश की बिलासपुर पुलिस ने ज्वेलर्स को नकली सोना देकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का महज 48 घंटो मे भंडाफोड़ करने मे सफलता हासिल की है। सिटी कोतवाली के सदर बाजार स्थित प्रतिष्ठित और नामी सोनी हिम्मतलाल खुशाल भाई ज्वेलर्स में 28 अप्रैल की दोपहर दो महिलाएं पहुंचीं। उन्होंने खुद को स्थानीय बताकर 56 ग्राम नकली गहनों को असली ज्वेलरी से बदलने की बात कही। उन्होंने जल्दी का बहाना बनाकर दुकानदार निखिल सोनी को पूरी तरह से भरोसे में लिया और 13 हजार रुपये नगद तथा करीब 4 लाख 55 हजार रुपये की असली ज्वेलरी के बदले नकली गहने देकर फरार हो गईं। दुकान संचालक द्वारा जब गहनों की जांच करवाई गई तो जांच मे गहनों के नकली होने की पुष्टि के बाद कोतवाली थाने मे मामला दर्ज करवाया गया। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार किया गया 



इस मामले मे चौंकाने वाली बात यह रही कि नकली गहनों में इतनी सफाई से हॉलमार्क बना था कि व्यापारी भी धोखा खा गया। हॉलमार्क में न केवल नंबर बल्कि “पीसी ज्वेलर्स” का नाम भी अंकित था, जिससे गहने असली लग रहे थे। शक होने पर जब गहनों की जांच कराई गई तो उनकी असलियत सामने आई। दुकानदार की शिकायत पर कोतवाली पुलिस और एसीसीयू की टीम ने जांच शुरू की और महाराष्ट्र के गोंदिया जिले से तीन महिला और दो पुरुष आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह रायपुर और राजनांदगांव में भी इसी तरह की ठगी कर चुका है। पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगे गए गहने, एक मारुति सुजुकी कार और अन्य सामान बरामद किया है। मामले की जांच जारी है।


बिलासपुर पुलिस ने एक बड़े अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश कर सनसनी फैला दी है। यह गिरोह छत्तीसगढ़ के रायपुर, राजनांदगांव और बिलासपुर सहित कई जिलों में ज्वेलरी दुकानों में ठगी और चोरी की वारदातों में सक्रिय था। पुलिस ने इस मामले में 3 महिलाओं समेत 5 आरोपियों के  गिरोह के कब्जे से लगभग 14 लाख रुपए मूल्य का 140 ग्राम सोना, 3 किलो चांदी के जेवर, 94 हजार रुपए नगद और वारदात में प्रयुक्त मारुति बलेनो कार जब्त की गई है। सभी आरोपी प्रयागराज के रहने वाले है जो घूम घूम कर वारदात को अंजाम देते थे।

error: Content is protected !!