डेस्क खबरबिलासपुर

धर्म की नगरी मे पुलिस पर फिर लगे गंभीर आरोप,  शव पोस्टमार्टम के एवज मे रतनपुर पुलिस ने मांगे पैसे..??
लूट के मामलों मे सेटिंग कर लेनदेन कर रफा दफा करने मे थाना प्रभारी और चर्चित आरक्षक की भूमिका रही है संदिग्ध..??
नामजद शिकायत पत्र SP  से पहले पहुँचा मीडिया के पास….!





डेस्क खबर बिलासपुर../ हमेशा की तरह जिले की धार्मिक नगरी की रतनपुर पुलिस पर एक बार फिर शव का पोस्टमार्टम जल्द करवाने के एवज मे पैसा मांगने के गंभीर आरोप लगे है, मानवता और खाकी को शर्मशार करने वाले मामले मे  मृतक अजय के परिजनों ने थाने के मुंशी पर शव का पीएम जल्द करवाने के एवज में एक हजार रुपए की मांग करने का बड़ा आरोप लगाया है, मृतक के परिजनों ने जब वर्दीधारी द्वारा पैसा मांगने का वीडियो बनाना शुरू किया तो उसने शव के पीएम की प्रक्रिया को काफी समय तक लटकाये रखा। हालाँकि रतनपुर थाना प्रभारी ने सभी आरोपो को सिरे से खारिज कर दिया और इन आरोप को झूठा बता दिया। रतनपुर पुलिस पर यह कोई पहला आरोप नही लगा है पिछले एक दो महीने के भीतर लूट के अलग अलग मामलों मे भी थाना प्रभारी के निर्देश पर लूट के मामले दर्ज नही किये गए थे, ।



गौरतलब है की रतनपुर इलाके मे बदमाशो के हौसले बुलंद है और क्षेत्र मे जमकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहे है, सूत्रो की माने तो पिछले 2 माह मे महामाया मंदीर के पास चाकू की नोक मे लूट करने वाले आरोपियों की सीसीटीवी मे पहचान होने के बाद थाना प्रभारी के निर्देश पर मोटर विकल एक्ट के तहत कार्यवाही की गई थी, तो चपौरा क्षेत्र मे ट्रक मे हुई तोडफोड और लूट  मामले मे आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की गई थी ।  वही खूंटाघाट के पास 27 मार्च को कोयले से भरी गाड़ी को चाकू के दम पर लूट कर जबरन माँ तारा कोल डिपो मे उच्च किस्म का कोयला उतार कर ट्रक मे घटिया कोयला लोड करवाने वाले बोलेरो सवार लुटेरो के खिलाफ अब तक रतनपुर पुलिस ने लूट का मामला दर्ज नही किया गया है । सूत्रों की माने तो तमाम मामलों की जानकारी थाना प्रभारी को थी और उन्ही के निर्देश पर चाकू की नोक मे लूट करने वाले आरोपियों के खिलाफ अन्य मामलों के तहत मामला दर्ज किया गया था।
विभागीय सूत्रों की माने तो रतनपुर पुलिस के एक प्रधान आरक्षक पूरे मामले मे सेटिंग का खेल खेलता है जिसको थाना प्रभारी का खुला संरक्षण मिला हुआ है और हाईवे मे चाकू के दम पर कोयले की लूट कर डिपो मे कोयला खाली करवाने वाले मामले को रफा दफा करवाने मे भी इस पुलिसकर्मी की भूमिका संदिग्ध है। वही मीडिया को जानकारी देते हुए फरियादी ने दावा किया है की ट्रक ड्राइवर का चाकू के दम पर किडनेप कर कोयले को जबरन खाली करवाने की शिकायत के बाद रतनपुर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की वजाय उस पर उल्टा समझौता का दबाब बनाया और थाना प्रभारी और विवादित पुलिस कर्मी ने खुद कोल डिपो मे खड़े होकर घटिया किस्म का कोयला लदवाकर मामले को रफा दफा कर दिया।
विभागीय सूत्रो की माने तो पूरी सेटिंग और लेनदेन थाना प्रभारी के संज्ञान के बाद ही होती है, और मामले के खुलासे के बाद छोटे पुलिस कर्मियों पर को बलि का बकरा बनाकर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर दोषी अफसर को बचा लिया जाता है और आरक्षकों को सच बोलने पर विभागीय जांच का डर दिखा कर चुप करा दिया जाता है। हालकी प्रार्थी ने पूरे मामले मे पुलिस कप्तान से शिकायत करने का मन बना लिया है।



आखिर क्यो लगे पुलिस पर आरोप..!
रतनपुर क्षेत्र के ग्राम खैरखुंडी में रहने वाला युवक शनिवार की दोपहर गांव में लहूलुहान पड़ा था। किसी ने इसकी सूचना डायल 112 को दी। तब डायल 112 की टीम उसे अस्पताल लेकर पहुंची। अस्पताल में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। तब पता चला कि गांव के ही तीन युवकों ने उससे मारपीट की थी। परिजनों ने इसकी शिकायत रतनपुर थाने में की है। इस पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया और रविवार को दोपहर बाद पीएम होने के बाद मामले की जांच में जुट गई है। रतनपुर थाना से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को हुई युवक की मौत की सूचना के बाद  डायल 112 की टीम खैरखुंडी गांव में रहने वाले अजय केंवट को घायल अवस्था में लेकर अस्पताल पहुंची थी। डाक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर परिजन उसका शव लेकर गांव चले गए। अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान परिजनों ने उसके शरीर में चोट के निशान देखा। तब परिजनों ने इस मामले की शिकायत थाने में की।

पुलिस बोली बिल्कुल गलत आरोप.



मृतिक अजय के परिजनों से पीएम के एवज में मुंशी द्वारा एक हजार की मांग करने के आरोप को  सरासर गलत बताते हुए पुलिस ने कहा कि मृतक और उसके परिजनों की माली हालत खुद खराब है पैसे मांगने का प्रश्न ही नहीं उठता, मृतक अजय बकरी कोठे में रहता था। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी किसी ने उसके साथ मारपीट भी नहीं की,गांव के सरपंच और मृतक के चाचा व अन्य लोगों ने भी बताया कि पत्थर सिर और पैर पर अजय मार रहा था। वैसे भी कोई मुंशी नहीं थाने से सब इंस्पेक्टर ने जाकर सारी प्रक्रिया पूरी करवाई है पैसे स्वीपर लोग मांगे होंगे पुलिस ने नहीं.

परिजनों का आरोप, कहा तीन लोगों ने की मारपीट.

बताया जा रहा है कि गांव में अजय के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। तभी कुछ लोगों ने बताया कि गांव में ही रहने वाले तीन युवकों ने अजय की बेरहमी से पिटाई की है। इस दौरान उसे पत्थर से भी मारा गया। अजय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसके कारण वह अपना बचाव भी नहीं कर सका। इधर मारपीट देखने वाले मुकदर्शक अपने रास्ते चले गए। जब उन्हें पता चला कि अजय की मौत हो गई तब इसकी जानकारी परिजनों को दी गई।

सरपंच ने कहा,खुद पत्थर पर पटक रहा था सिर.

रतनपुर टीआइ ने बताया कि गांव के सरपंच और कुछ लोग थाने आए थे। उन्होंने बताया कि अजय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। शनिवार की सुबह वह अपना सिर पत्थर पर पटक रहा था। उसे गांव के लाेगों ने गोबर तक खाते देखा है। उन्होंने युवक से मारपीट की घटना से इन्कार किया है। रविवार को पीएम हो गया है जिसकी रिपोर्ट आते ही बाद पुलिस जांच आगे बढ़ाई जाएगी।
अब देखना होगा की जिले के उच्च अधिकारी गंभीर शिकायत को कितनी गंभीरता से लेते है और मामले की कब निष्पक्ष जाँच करवाकर असल दोषी जिम्मेदार अफसरों पर क्या कार्यवाही करते है।

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